Bihar News : युवती का खोया iPhone , तो दिखाया ऐसा पागलपन; सभी देखते ही हैरान

बिहार के मुंगेर में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। लड़की को जब अपना आईफोन नहीं मिला तो उसने क्या किया? क्या है पूरी खबर पढे़ं डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट।

Updated : 25 March 2025, 6:00 PM IST
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मुंगेर: बिहार के मुंगेर जिले में एक युवती ने अपने परिजनों से आईफोन मिलने की उम्मीद में ऐसा कदम उठा लिया, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। बताया जा रहा है कि 17 वर्षीय लड़की ने आईफोन की मांग को लेकर अपनी मां से नाराज होकर ब्लेड से अपने हाथ को कई जगह काट लिया।

इस घटना से इलाके में अफरा-तफरी मच गई और परिजन तुरंत उसे मुंगेर सदर अस्पताल ले गए। चिकित्सकों ने बताया कि लड़की ने अपने बाएं हाथ में लगभग 20 स्थानों पर कट लगा लिया है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है, वह अब खतरे से बाहर है।

क्या है मामला

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, युवती जमालपुर आदर्श थाना क्षेत्र के एक श्रमिक परिवार से संबंधित है। वह पिछले एक महीने से अपने लिए एक आईफोन मांग रही थी, लेकिन उसकी मां, जो स्कूल में रसोइया का काम करती हैं, ने पैसे की कमी का हवाला देते हुए उसे आईफोन खरीदने से मना कर दिया। मां ने युवती को समझाया कि उनके पास 10 से 15 हजार रुपये तक का फोन खरीदने की सामर्थ्य है, लेकिन आईफोन खरीदना संभव नहीं है। इस पर दोनों के बीच रातभर तर्क-विवाद हुआ।

सोमवार सुबह जब मां स्कूल चली गई, तब युवती अकेले घर में रह गई और उसने अपने बाएं हाथ पर ब्लेड से 20 बार काट लिया। इससे उसे बहुत खून बहने लगा और वह बेहोश होकर गिर गई। जब मां को इस घटना का पता चला, तो उन्होंने तुरंत घर लौटकर बेटी को अस्पताल पहुंचाया।

युवती का इलाज करने वाले डॅाक्टर ने किए ; कई खुलासे

अस्पताल में युवती का इलाज कर रहे डॉक्टर अजय कुमार ने बताया कि लड़की के बाएं हाथ पर कट के निशान हैं, लेकिन वह अब खतरे से बाहर है और उसकी हालत स्थिर है। उन्होंने बताया कि मानसिक दबाव के कारण कितनी बार ऐसी प्रतिक्रिया हो सकती है, लेकिन इस तरह के नुकसान पहुंचाना एक गंभीर चिंता का विषय है।

युवती की मां ने कहा कि उनकी बच्ची की जिद पूरी न हो पाने पर उसने यह गंभीर कदम उठाया। मां ने बताया कि उनके पति खेतों में मजदूरी करते हैं और उनका परिवार आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रहा है। उन्होंने इस घटना को दुखद बताया और कहा कि यह एक सिखावन है कि बच्चों को उनकी सीमाओं के बारे में समझाना आवश्यक है।