Dengue in Delhi: दिल्ली में डेंगू से निपटने के लिए एमसीडी ने बनायी ये खास योजना, चलेगा व्यापक अभियान
दिल्ली के नगर निकाय ने डेंगू से निपटने के लिए विस्तृत और सक्रिय योजना तैयार किया है जिसके तहत यहां के स्मारकों और बाजारों में मच्छररोधी दवा का छिड़काव पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: इस साल सितंबर में जी-20 सम्मेलन की मेजबानी कर रही दिल्ली के नगर निकाय ने डेंगू से निपटने के लिए विस्तृत और सक्रिय योजना तैयार किया है जिसके तहत यहां के स्मारकों और बाजारों में मच्छररोधी दवा का छिड़काव पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि इस साल ‘‘हमारी योजना शहर को साफ, सुरक्षित और अधिक जीवंत रखने की है ताकि यहां आने वाले प्रतिनिधि शानदार अनुभवों के साथ वापस लौट सके।’’
उल्लेख्नीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में जी-20 के तहत कई बैठकें होंगी जिसके बाद सितंबर में समूह का शिखर सम्मेलन होगा। इस महीने आम तौर पर दिल्ली में डेंगू के मामलों में वृद्धि देखने को मिलती है।
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आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल दिल्ली में डेंगू के 4469 मामले आए थे और नौ लोगों की मौत हुई थी जिनमें से नवंबर 1420, ऑक्टूबर में 1238 और सितंबर में 693 मामले आए थे।
वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘इस साल हमने डेंगू के खिलाफ पूरी ताकत से अभियान चलाने की योजना बनाई है और हमारी कोशिश है कि वर्ष 2023 के अंत में मच्छर जनित इस बीमारी के मामले न्यूनतम हो। यह हमारी जी-20 बैठकों और शिखर सम्मेलन के दौरान शहर को साफ, सुरक्षित बनाने की परिकल्पना के अनुकूल है। हमारी दीर्घकालिक परिकल्पना आने वाले सालों में डेंगू के मामलों में कमी लाना है।’’
उन्होंने कहा कि इस साल फॉगिंग की योजना ‘तकनीक के जरिये’ करने की है और गैर मशीनी फॉगिंग के साथ विभिन्न प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल डेंगू रोधी अभियान में करने की योजना है।
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गौरतलब है कि भारत को एक दिसंबर को एक साल के लिए जी-20 की अध्यक्षता मिली थी जिसके तहत 55 स्थानों पर करीब 200 बैठकें होंगी और सितंबर में शिखर सम्मेलन कराने का प्रस्ताव है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) अपने संरक्षित स्मारकों पर डेंगू से निपटने का उपाय स्वयं करता है लेकिन इस साल हम स्वयं सक्रिय तरीके से यह काम करेंगे और बाजारों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। साथ ही सुनिश्चित करेंगे कि शहर में बारिश के बाद जल जमाव नहीं हो।’’