Mumbai: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ICC महिला वनडे विश्व कप 2025 जीतकर देश को गर्व महसूस करवाया। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया ने फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराया और पहली बार महिला विश्व कप का खिताब अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक जीत के साथ पूरा देश उत्सव की लहर में डूब गया। फाइनल में टीम के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि भारतीय महिला क्रिकेट अब वैश्विक स्तर पर किसी भी टीम से मुकाबला करने में सक्षम है।
ट्रॉफी स्थायी रूप से नहीं रहेगी टीम के पास
हालांकि, इस ऐतिहासिक जीत के बाद टीम को मिली ट्रॉफी लंबे समय तक उनके पास नहीं रहेगी। ICC के नियमों के अनुसार, किसी भी विश्व कप की असली ट्रॉफी विजेता टीम को स्थायी रूप से नहीं दी जाती। टीम को असली ट्रॉफी केवल पुरस्कार समारोह और फोटोशूट के लिए दी जाती है। इसके बाद इसे दुबई स्थित ICC मुख्यालय में वापस करना होता है। यह नियम लगभग 26 साल पहले लागू किया गया था ताकि ट्रॉफी चोरी या नुकसान से सुरक्षित रहे। पुरुष और महिला विश्व कप ट्रॉफी दोनों पर यह नियम समान रूप से लागू होता है।
Feeling of being a world champion 🏆
Support of an entire nation 🇮🇳
Power of self-belief 🙌@ImHarmanpreet is 𝙡𝙞𝙫𝙞𝙣𝙜 𝙩𝙝𝙚 𝙙𝙧𝙚𝙖𝙢 ✨
🎥 In Conversation with #TeamIndia‘s World Cup-winning captain 👌 – By @mihirlee_58 #WomenInBlue | #CWC25 | #Champions pic.twitter.com/ojubOBgLGk
— BCCI Women (@BCCIWomen) November 4, 2025
महिला विश्व कप 2025 ट्रॉफी की विशेषताएं
महिला विश्व कप 2025 की ट्रॉफी अपने आप में बेहद शानदार और प्रतीकात्मक है। इसका वजन लगभग 11 किलोग्राम और ऊंचाई करीब 60 सेंटीमीटर है। ट्रॉफी सोने और चांदी से बनी है, जिसमें तीन चांदी के स्तंभ हैं, जो स्टंप और बेल्स के आकार में हैं। शीर्ष पर सोने का ग्लोब है, जो विश्व क्रिकेट का प्रतीक है। ट्रॉफी पर अब तक सभी विजेता टीमों के नाम उत्कीर्ण हैं और इस बार भारतीय महिला टीम का नाम भी इसमें दर्ज किया गया है।
खिताबी मुकाबले का रोमांच
नवी मुंबई में खेले गए फाइनल में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रनों का मजबूत स्कोर बनाया। सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने 87 रनों की शानदार पारी खेली और दो विकेट लिए, जिससे उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। दीप्ति शर्मा ने 58 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली और गेंदबाजी में पांच विकेट हासिल किए। दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लॉरा वोल्वार्ड्ट ने शतक (101 रन) बनाया, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सकीं।
सफलता का प्रतीक और प्रेरणा
इस जीत ने केवल ट्रॉफी नहीं दिलाई, बल्कि लाखों भारतीयों के सपनों को भी साकार किया। भारतीय महिला टीम का यह प्रदर्शन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। विश्व कप जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट इतिहास में इस सफलता को स्वर्णिम अक्षरों में अंकित किया जाएगा और महिला क्रिकेट की नई पहचान स्थापित होगी।

