2026 T20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के चयन को लेकर चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और हेड कोच गौतम गंभीर के सामने बड़ी चुनौती है। कई खिलाड़ियों ने उनकी चिंता भी बढ़ा दी है। ऐसे में दोनों के लिए किन खिलाड़ियों को टीम में जगह दी जाए ये एक बड़ा सवाल बन गया है।

अजीत अगरकर और गौतम गंभीर की बढ़ी परेशानी (Img: Internet)
New Delhi: 2026 T20 वर्ल्ड कप की तैयारियां पूरी तरह से चल रही हैं। यह टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका में 7 फरवरी से शुरू होने वाला है। भारतीय टीम की घोषणा आज होने की उम्मीद है। टीम चयन को लेकर चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और हेड कोच गौतम गंभीर महत्वपूर्ण फैसलों का सामना कर रहे हैं। खासकर पांच खिलाड़ियों के चयन पर नजरें टिकी हैं, जिनमें से कुछ वर्तमान में टीम का हिस्सा हैं, जबकि कुछ को बाहर किया गया है।
भारतीय T20 टीम के वाइस-कैप्टन शुभमन गिल की मौजूदा फॉर्म काफी कमजोर रही है। इस कारण से टीम में उनकी जगह पर सवाल उठ रहे हैं। 2026 T20 वर्ल्ड कप स्क्वाड में उन्हें शामिल किया जाए या नहीं, यह वर्तमान में सबसे बड़ा चयन संबंधी निर्णय है। चयनकर्ता फॉर्म और कप्तानी जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
शुभमन गिल (Img: Internet)
स्पिन ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर भी फिलहाल टीम में मौजूद हैं। हालांकि, गेंदबाजी में उनकी हालिया फॉर्म उत्साहजनक नहीं रही है। भारतीय परिस्थितियों में वॉशिंगटन की उपयोगिता अधिक मानी जा सकती है। चयन समिति उनके फिटनेस और प्रदर्शन के आधार पर ही अंतिम फैसला लेगी।
टीम के फिनिशर रिंकू सिंह को लेकर काफी चर्चा हो रही है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ हालिया T20 सीरीज में उन्हें बाहर रखा गया था। बावजूद इसके फैंस और एक्सपर्ट्स चाहते हैं कि उन्हें वर्ल्ड कप में शामिल किया जाए। रिंकू का फिनिशिंग रिकॉर्ड अच्छा है और यह निर्णय चयन समिति के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
विकेटकीपर-बल्लेबाज ईशान किशन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया है। उनका यह फॉर्म चयन समिति के लिए एक सकारात्मक संकेत है। मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें टीम में वापसी का मौका देना कठिन लेकिन संभव निर्णय है।
स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत लंबे समय से T20 टीम में नहीं खेले हैं। हालांकि, उनके अनुभव और बड़े मैचों में प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम में एक और मौका दिया जा सकता है। चयन समिति को उनके अनुभव और हालिया प्रदर्शन के बीच संतुलन बनाना होगा।
टीम इंडिया की चयन प्रक्रिया इस बार बेहद संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण है। टीम में शामिल खिलाड़ियों की फॉर्म, अनुभव और भूमिका पर ध्यान देने की आवश्यकता है। चीफ सेलेक्टर और हेड कोच को संतुलित टीम बनाने के लिए रणनीतिक सोच के साथ फैसले लेने होंगे।