New Delhi: भारत ने ओवल टेस्ट में रोमांचक अंदाज में 6 रनों से जीत दर्ज की, जो टेस्ट क्रिकेट में भारत की सबसे छोटी रन से जीत है। इसके साथ ही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2-2 से ड्रॉ रही। पहली पारी में भारत सिर्फ 224 रन पर आउट हो गया था, लेकिन उसके बाद शानदार वापसी करते हुए टीम ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। आइए जानते हैं वो 5 मुख्य कारण जिनकी वजह से भारत यह मुकाबला जीतने में कामयाब रहा।
1. सिराज की अगुवाई में तेज गेंदबाजी का जलवा
जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में मोहम्मद सिराज ने गेंदबाजी आक्रमण की कमान संभाली। उन्होंने कप्तानी भले न की हो, लेकिन अनुभवी गेंदबाज के रूप में टीम का नेतृत्व किया। सिराज ने मैच में कुल 9 विकेट लिए और मानसिक रूप से बेहद मज़बूत नजर आए। उनकी गेंदबाज़ी इतनी आक्रामक थी कि प्रसिद्ध कृष्णा और आकाशदीप जैसे गेंदबाजों की भी धार नजर आई। सिराज की बॉडी लैंग्वेज ने पूरे गेंदबाजी यूनिट में आत्मविश्वास भरा।
2. बल्लेबाजी में गहराई ने निभाई बड़ी भूमिका
भारतीय टीम प्रबंधन ने पूरी सीरीज़ में बल्लेबाज़ी में गहराई पर जोर दिया, जिसका फायदा ओवल टेस्ट में साफ दिखा। पहली पारी में भारत ने 153 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन निचले क्रम ने 71 रन जोड़कर स्कोर 224 तक पहुंचाया। दूसरी पारी में वाशिंगटन सुंदर ने शानदार 53 रन बनाकर भारत को 396 के मज़बूत स्कोर तक पहुँचाया। अगर सुंदर की यह पारी न होती, तो इंग्लैंड को आसान लक्ष्य मिल सकता था।
3. सहयोगी गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
इस टेस्ट में सिर्फ सिराज ही नहीं, बल्कि अन्य गेंदबाज़ों ने भी जिम्मेदारी निभाई। प्रसिद्ध कृष्णा ने सिराज का बेहतरीन साथ दिया और कुल 8 विकेट लिए। दोनों ने मिलकर इंग्लैंड की दोनों पारियों को बांधकर रखा। खासकर पुरानी गेंद से जो स्विंग निकाली गई, उसने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को बार-बार परेशान किया।
4. पुरानी गेंद से बनी रणनीति ने दिलाई जीत
पाँचवें दिन इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ 35 रन चाहिए थे, लेकिन भारत ने नई गेंद नहीं ली। यह रणनीति कारगर साबित हुई क्योंकि पुरानी गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी। सिराज और कृष्णा ने इसका भरपूर फायदा उठाया और सिर्फ 4 ओवर में इंग्लैंड के बचे हुए विकेट चटका दिए। नई गेंद लेने पर बल्लेबाजों के लिए हालात आसान हो सकते थे।
5. सबसे जरूरी वक्त पर आया यशस्वी का शतक
ओवल टेस्ट से पहले यशस्वी जायसवाल की फॉर्म चिंता का विषय थी। लेकिन उन्होंने सबसे अहम टेस्ट में शानदार वापसी की। पहली पारी में पिछड़ने के बाद, जायसवाल ने दूसरी पारी में 118 रनों की जबरदस्त पारी खेली। उनकी यह पारी मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई और भारत को जीत की मजबूत नींव दी।
इस ऐतिहासिक जीत के जरिए भारत ने एक बार फिर साबित किया कि मुश्किल हालात में भी टीम वापसी कर सकती है, बस रणनीति, आत्मविश्वास और सामूहिक प्रयास की जरूरत होती है।

