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ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के पहले सेमीफाइनल में गुवाहाटी के बारसापारा स्टेडियम में इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका आमने-सामने हैं। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी, लॉरा वोल्वार्ड्ट और टैजमिन ब्रिट्स ने दक्षिण अफ्रीका को शानदार शुरुआत दिलाई।
इंग्लैंड बनाम साउथ अफ्रीका महिला विश्व कप
Guwahati: आईसीसी महिला विश्व कप 2025 का पहला सेमीफाइनल गुवाहाटी के बारसापारा स्टेडियम में खेला जा रहा है, जहां इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीमें फाइनल में प्रवेश की जंग लड़ रही हैं। इंग्लैंड की कप्तान नैट साइवर-ब्रंट ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया, लेकिन दक्षिण अफ्रीका की ओपनिंग जोड़ी ने उनके इस फैसले को गलत साबित करना शुरू कर दिया है।
मैच की शुरुआत से ही लॉरा वोल्वार्ड्ट (43 रन) और टैजमिन ब्रिट्स (26 रन) ने शानदार तालमेल दिखाया और इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। 14 ओवर के बाद प्रोटियाज टीम का स्कोर बिना विकेट गंवाए 74/0 पहुंच चुका है, जो सेमीफाइनल जैसे दबाव वाले मुकाबले में एक ठोस शुरुआत मानी जा रही है।
गुवाहाटी में मौसम गर्म और उमस भरा है। तापमान लगभग 30°C और आर्द्रता 70–80% के बीच है। आसमान साफ है, जिससे मैच बिना किसी रुकावट के जारी रहने की उम्मीद है। सुबह की नमी ने गेंदबाजों को थोड़ी मदद दी, लेकिन जैसे-जैसे धूप तेज़ हुई, पिच बल्लेबाज़ों के लिए अनुकूल होती गई।
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पिच की घास हल्की है और आउटफील्ड बेहद तेज़, जिससे बाउंड्री लगाना आसान हो गया है। हालांकि जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा, स्पिनरों को थोड़ी टर्न और अलग-अलग उछाल मिल सकती है। यही कारण है कि इंग्लैंड की कप्तान ने पहले गेंदबाजी चुनी थी ताकि सुबह की परिस्थितियों में शुरुआती विकेट हासिल किए जा सकें। मगर फिलहाल, दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ों ने इस योजना को पूरी तरह निष्फल बना दिया है।
इंग्लैंड महिला टीम इस टूर्नामेंट की सबसे स्थिर टीमों में से एक रही है। उन्होंने लीग स्टेज में शानदार प्रदर्शन करते हुए 7 में से 5 मैच जीते, एक हारा और एक रद्द हुआ। टीम के पास 11 अंक थे और वह अंक तालिका में दूसरे स्थान पर रही।
दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका महिला टीम ने भी संघर्षपूर्ण प्रदर्शन दिखाया और 10 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही। उन्होंने भी सात में से पांच मैच जीते थे।
लीग चरण में जब ये दोनों टीमें आमने-सामने आई थीं, तब इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 10 विकेट से मात दी थी। आज का मुकाबला प्रोटियाज के लिए उस हार का बदला लेने का सुनहरा मौका है।
इंग्लैंड की गेंदबाजी आक्रमण में सोफी एक्लेस्टोन, चार्ली डीन और लॉरेन बेल जैसी तेज़ और स्पिन गेंदबाज़ हैं, लेकिन शुरुआती ओवरों में वे कोई सफलता नहीं दिला पाईं। पिच की धीमी गति और बल्लेबाज़ों की सधी हुई तकनीक ने इंग्लिश गेंदबाजों को परेशान कर दिया है।
दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी में सटीक संयम दिखाया है, उन्होंने हर ओवर में स्ट्राइक रोटेट करते हुए रन रेट को बनाए रखा है।
अगर साउथ अफ्रीका की यह साझेदारी लंबे समय तक टिकती है, तो इंग्लैंड को फाइनल में पहुंचने के लिए मुश्किल सफर तय करना पड़ सकता है। वहीं इंग्लैंड की उम्मीदें इस बात पर टिकी हैं कि उनके स्पिनर बीच के ओवरों में टूट डालें।
यह सेमीफाइनल केवल एक क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि गौरव और आत्मविश्वास की लड़ाई भी है। इंग्लैंड जहां अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराना चाहता है, वहीं साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी इस बार इतिहास बदलने की तैयारी में हैं।
जिस टीम की नर्व्स मजबूत रहेंगी और जो दबाव में बेहतर निर्णय लेगी, वही 2 नवंबर को होने वाले आईसीसी महिला विश्व कप 2025 फाइनल में अपनी जगह बनाएगी। फिलहाल, शुरुआती हालात देखकर लगता है कि दक्षिण अफ्रीका इंग्लैंड को कड़ी चुनौती दे रहा है।