Abu Dhabi: एशिया कप 2025 का आगाज आज 9 सितंबर से होने जा रहा है। इस टूर्नामेंट का पहला मुकाबला अफगानिस्तान और हांगकांग के बीच आज अबू धाबी के जायद क्रिकेट स्टेडियम में रात 8 बजे से खेला जाएगा। दोनों टीमें जीत के साथ टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत करने की कोशिश करेगी। ऐसे में सवाल ये है कि क्या यह मुकाबला टक्कर का होने वाला है या एक तरफा होगा?
अबू धाबी में हांगकांग का रिकॉर्ड
अफगानिस्तान और हांगकांग का मुकाबला शाम 8 बजे से शुरू होगा। यह मैच रोमांचक होने की उम्मीद है, या फिर ये कहें कि इसमें उलटफेर भी हो सकता है। अफगानिस्तान टी20 फॉर्मेट में मजबूत टीम माना जाता है, लेकिन अबू धाबी में उनका रिकॉर्ड पूरी तरह से एकतरफा नहीं रहा है। उन्होंने वहां 11 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में जीत दर्ज की है, लेकिन 5 बार हार का सामना भी किया है।
दिलचस्प बात यह है कि उन 5 में से एक हार हांगकांग के खिलाफ थी। साल 2015 में दोनों टीमें अबू धाबी में आमने-सामने आई थीं, जहां हांगकांग ने अफगानिस्तान को 4 विकेट से हराया था। यही वजह है कि अबू धाबी में हांगकांग का अफगानिस्तान के खिलाफ जीत का प्रतिशत आज भी 100% है।
10 साल पुरानी रणनीति अपनाएगा हांगकांग?
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या हांगकांग 10 साल पहले अपनाई गई रणनीति को फिर से दोहराएगा? 2015 में हुए उस एकमात्र टी20 मैच में हांगकांग ने बेहतरीन फील्डिंग और सधी हुई बल्लेबाज़ी के दम पर जीत हासिल की थी। अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवर में 162 रन बनाए थे, लेकिन हांगकांग के फील्डर्स ने तीन रनआउट करके उन्हें बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया।
जवाब में, हांगकांग ने 163 रन का लक्ष्य दो गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया था। उस मैच में हांगकांग की रणनीति साफ थी—दमदार फील्डिंग और शांत बल्लेबाज़ी। अब एक दशक बाद, क्या वही फार्मूला फिर से असर करेगा?
एशिया कप में हांगकांग का प्रदर्शन
अगर एशिया कप के इतिहास की बात करें तो हांगकांग का रिकॉर्ड ज्यादा खास नहीं रहा है। पिछले 21 सालों में उन्होंने इस टूर्नामेंट में कुल 11 मुकाबले खेले हैं और एक भी मैच नहीं जीत सके हैं। ऐसे में अगर वे अफगानिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज करते हैं, तो यह उनकी एशिया कप में पहली जीत होगी।
इतिहास दोहराएगा या बदलेगा ट्रेंड?
अफगानिस्तान के पास बेहतरीन स्पिन अटैक है, वहीं हांगकांग के पास जीत का आत्मविश्वास और पुराना अनुभव। अब देखना यह है कि क्या 2015 जैसी कहानी फिर से लिखी जाएगी या अफगानिस्तान नए रिकॉर्ड की शुरुआत करेगा।

