

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्रंप के भारत पर 50% टैरिफ लगाने के फैसले को ‘बदमाशी’ बताते हुए मोदी सरकार पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि यह MSME और निर्यातकों पर सीधा हमला है जिससे नौकरियों और सप्लाई चेन पर संकट आएगा। यह विवाद भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को नई चुनौती दे सकता है।
असदुद्दीन ओवैसी और डोनाल्ड ट्रंप
New Delhi: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले को लेकर तीखा हमला बोला है। ओवैसी ने इस कदम को न सिर्फ भारत के निर्यातकों और MSMEs (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों) के लिए नुकसानदायक बताया, बल्कि इसे अर्थव्यवस्था और नौकरियों पर सीधा खतरा भी करार दिया।
रूस से तेल खरीद पर भारत को ‘सजा’?
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका शीर्षक है- "रूसी सरकार से अमेरिका को होने वाले खतरों से निपटना।" इस आदेश के तहत भारत से अमेरिका को निर्यात किए जा रहे उत्पादों पर पहले से लगे 25% टैरिफ के अलावा अब अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाया गया है। इस तरह कुल मिलाकर अब 50% टैरिफ लागू हो गया है, जो 7 अगस्त 2025 से प्रभावी हो चुका है। यह फैसला भारत द्वारा रूस से तेल की खरीदारी के चलते लिया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस टैरिफ का सीधा असर कपड़ा, चमड़ा, समुद्री उत्पाद और अन्य निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों पर पड़ेगा। जहां हजारों लोग रोजगार में लगे हुए हैं।
ओवैसी का बयान: यह कूटनीति नहीं, बदमाशी है
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने लिखा, “यह कूटनीति नहीं, बदमाशी है। ट्रंप जैसा जोकर यह नहीं समझता कि वैश्विक व्यापार कैसे काम करता है।” ओवैसी ने आरोप लगाया कि यह टैरिफ सीधे तौर पर भारत के निर्यातकों, छोटे और मझोले उद्योगों तथा निर्माताओं को प्रभावित करेगा। इससे सप्लाई चेन बाधित होगी। FDI (विदेशी निवेश) रुकेगा और रोजगार के अवसरों में भारी गिरावट आएगी।
मोदी सरकार पर भी साधा निशाना
ओवैसी ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्तारूढ़ भाजपा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने पूछा, “लेकिन नरेंद्र मोदी को क्या फर्क पड़ता है? वे भाजपा के 'शक्ति प्रदर्शन' करने वाले नेता अब कहां हैं?” उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “मैंने पिछली बार पूछा था कि जब ट्रंप 56% टैरिफ लगाएगा, तब क्या मोदी जी अपनी 56 इंच की छाती दिखाएंगे? अब ट्रंप 50% पर रुक गया है। शायद वह हमारे ‘नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री’ से डर गया है?” उन्होंने यह भी पूछा कि क्या भारत सरकार ने रणनीतिक स्वतंत्रता की कीमत पर अपने कारोबारी मित्रों की तिजोरी भरने का काम किया है?