

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जम्मू के लिए रवाना हो गए हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जम्मू रवाना
नई दिल्ली: पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे कम करने की कोशिश करने की बजाय पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी की जा रही है, जिसका भारतीय सेना भी मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
एलओसी के पार पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। भारतीय जवाबी कार्रवाई में कुछ लोगों के मारे जाने की भी खबर है। एलओसी पर लगभग सभी जगहों पर गोलीबारी हो रही है। हालांकि पाकिस्तान सबसे ज्यादा पुंछ, कुपवाड़ा, अखनूर और उरी जैसे इलाकों को निशाना बना रहा है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जम्मू के लिए रवाना हो गए हैं। अब्दुल्ला कल जम्मू पर हुए असफल ड्रोन हमले के बाद स्थिति का जायजा लेंगे। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ''कल रात जम्मू शहर और संभाग के अन्य हिस्सों पर पाकिस्तानी ड्रोन द्वारा किए गए असफल हमले के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए मैं जम्मू जा रहा हूं। कुपवाड़ा में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी हुई। कुपवाड़ा में रात को फायरिंग बंद हो गई थी, लेकिन सुबह फिर से फायरिंग शुरू हो गई है, जिसका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
देश के सीमावर्ती इलाकों में कई जगहों पर रात में ब्लैकआउट किया गया। श्रीनगर में अभी भी ब्लैकआउट है। अन्य शहरों में भी ब्लैकआउट किया गया है।
श्रीनगर और अवंतीपुरा में भी पाकिस्तान की ओर से मिसाइल हमले किए गए। हालांकि, भारतीय सेना ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया। इससे पहले पाकिस्तान ने रात में 12 शहरों पर हमला करने की कोशिश की है। हालांकि, भारत ने इन हमलों को नाकाम कर दिया है। पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से 20 मिसाइल हमले किए गए और सभी को नाकाम कर दिया गया।
पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग को देखते हुए एलओसी के पास के गांवों और शहरों में लोगों से एहतियात बरतने को कहा गया है। लोगों से नियंत्रण रेखा से दूर रहने को कहा गया है। साथ ही लोगों को बंकरों में रहने और पूरी सावधानी बरतने को कहा गया है। कुछ इलाकों को खाली करा दिया गया है ताकि जान-माल का नुकसान न हो।