

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े एक चर्चित चेहरे की हालिया मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। एक खास विधानसभा सीट को लेकर चर्चाएं तेज हैं। आने वाले चुनाव में इस क्षेत्र में दिलचस्प मुकाबले की उम्मीद की जा रही है। राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।
बिहार चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज
Patna: बिहार की राजनीति में अब एक और सिनेमा सितारे की धमाकेदार एंट्री होने जा रही है। भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार और लोकप्रिय गायक पवन सिंह अब एक्टिंग से सीधे पॉलिटिक्स के रंगमंच पर उतरने को तैयार हैं। खास बात यह है कि वे आरा विधानसभा सीट से 2025 के चुनावी मैदान में उतर सकते हैं और वह भी एनडीए प्रत्याशी के तौर पर।
आरा विधानसभा सीट न सिर्फ भोजपुर जिले की प्रतिष्ठित सीटों में से एक है, बल्कि भाजपा की पारंपरिक मजबूत सीटों में भी गिनी जाती है। पिछले 25 वर्षों में यहां बीजेपी का 20 साल तक दबदबा रहा है। मौजूदा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह यहां से लगातार पांच बार चुनाव जीत चुके हैं। लेकिन 2025 के चुनाव में अगर पवन सिंह को टिकट मिलता है, तो यह मुकाबला पूरी तरह नया रंग ले सकता है।
बिहार में ट्रैफिक चालान माफी की सुविधा शुरू, 90 दिनों में कर सकेंगे आवेदन, जानें पूरी प्रक्रिया
30 सितंबर को पवन सिंह ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की। सूत्रों की मानें तो यह बैठक पूरी तरह राजनीतिक थी और इसमें पवन सिंह की आरा सीट से एनडीए के टिकट पर दावेदारी को लेकर चर्चा हुई। यह मुलाकात केवल शिष्टाचार भेंट नहीं, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव की बिसात का पहला मोहरा मानी जा रही है।
पवन सिंह भोजपुरी सिनेमा के सबसे चमकते सितारों में से एक हैं। जन्म 5 जनवरी 1986 बिहार के आरा जिले में हुआ। पवन सिंह भोजपुरी दुनिया में जाने माने गायक और निर्माता है। उनके करियर की शुरूआत "लोलीपॉप लागेलू" जैसे हिट गानों से हुई। भोजपुरिया राजा', 'सत्या', 'राजा', 'बलमुआan तोहरे खातिर' जैसी दर्जनों हिट फिल्में की है। पवन सिंह की छवि सिर्फ एक फिल्मी स्टार की नहीं, बल्कि 'माटी से जुड़े कलाकार' की रही है। उनकी भाषा, अंदाज और भावनाएं आम जनता को छूती हैं, खासकर भोजपुर क्षेत्र में।
Gorakhpur Crime: दुर्गा पूजा से लौट रहा था छात्र, रास्ते में हुआ ऐसा हादसा कि मच गया कोहराम
अगर पवन सिंह को वास्तव में एनडीए उम्मीदवार के रूप में आरा से मैदान में उतारा जाता है, तो यह सीट महज एक राजनीतिक मुकाबला नहीं, बल्कि स्टार पावर बनाम परंपरागत राजनीति की लड़ाई बन जाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पवन सिंह की लोकप्रियता एनडीए को खासकर युवा और मनोरंजन जगत से जुड़े मतदाताओं के बीच अतिरिक्त बढ़त दिला सकती है। वहीं, विपक्ष भी इस चुनौती के लिए तैयारियों में जुट सकता है।
पवन सिंह का आरा से गहरा नाता जन्मस्थली और मजबूत फैनबेसबीजेपी की पारंपरिक सीट, लेकिन युवा चेहरा लाने की रणनीतिएनडीए की कोशिश – लोकप्रिय चेहरों से जोड़कर वोटरों को फिर से आकर्षित करनाविपक्ष को टक्कर देने के लिए स्टार पावर को सियासी हथियार बनाना
Stock Market: सात दिनों की गिरावट के बाद बाजार में जोरदार तेजी, जानिए सेंसेक्स और निफ्टी का हाल
पवन सिंह की संभावित एंट्री बिहार की राजनीति में केवल एक और अभिनेता की पारी की शुरुआत नहीं, बल्कि भोजपुर इलाके की राजनीतिक दिशा बदलने का इशारा हो सकती है। आरा विधानसभा सीट अब सिर्फ एक सीट नहीं, बल्कि राजनीतिक स्टारडम और सियासी रणनीति की प्रयोगशाला बनने वाली है।
अब देखना यह होगा कि क्या एनडीए आधिकारिक तौर पर पवन सिंह को मैदान में उतारता है या नहीं, लेकिन फिलहाल तो इतना तय है कि 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव, खासकर आरा सीट, एक ब्लॉकबस्टर सियासी फिल्म से कम नहीं होगा।