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विशेषज्ञों का मानना है कि यह अंतर पुरुषों में अधिक सांस लेने की दर और ज्यादा एयरफ्लो की वजह से होता है, जिससे अधिक प्रदूषित हवा फेफड़ों तक पहुंचती है। इसके अलावा, बाहरी गतिविधियों और लंबे समय तक खुले वातावरण में रहने के कारण भी पुरुषों का एक्सपोजर ज्यादा होता है। (Img- Internet)
विशेषज्ञों का मानना है कि यह अंतर पुरुषों में अधिक सांस लेने की दर और ज्यादा एयरफ्लो की वजह से होता है, जिससे अधिक प्रदूषित हवा फेफड़ों तक पहुंचती है। इसके अलावा, बाहरी गतिविधियों और लंबे समय तक खुले वातावरण में रहने के कारण भी पुरुषों का एक्सपोजर ज्यादा होता है। (Img- Internet)