उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और कानपुर देहात के प्रभारी मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद ने सोमवार को जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा की। साथ में पीड़ितों को हरसंभव मदद देने के निर्देश दिए। मंत्री ने “मेरी सरकार जनता के द्वार” अभियान के अंतर्गत तहसील भोगनीपुर की ग्राम पंचायत चपरघटा के पठार और आढ़न गांव पहुंचकर बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का मौके पर निरीक्षण किया।
बाढ़ पीड़ितों से की मुलाकात, समस्याएं सुनीं
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के दौरान मंत्री ने स्थानीय लोगों से संवाद स्थापित किया और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी परिवार को भोजन, पानी या दवाइयों की कमी न हो। उन्होंने कहा, “प्रदेश सरकार इस आपदा की घड़ी में जनता के साथ है और किसी भी जरूरतमंद को असहाय नहीं छोड़ा जाएगा। हर प्रभावित व्यक्ति तक राहत पहुंचे, इसके लिए सभी अधिकारियों को संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ कार्य करना होगा।”
प्रभावित गांवों में राहत सामग्री का वितरण
मंत्री डॉ. संजय निषाद ने बाढ़ से प्रभावित लगभग 40 परिवारों को राहत सामग्री वितरित की, जिसमें खाद्यान्न से लेकर स्वच्छता से जुड़ी सामग्री सम्मिलित थी। वितरण की गई सामग्री में 10-10 किलो आटा व चावल, 2 किलो अरहर दाल, 10 किलो आलू, मसाले, नमक, तेल, 2.5 किलो लाई, 2 किलो भूना चना, 1 किलो चीनी, बिस्कुट के 10 पैकेट, साबुन, माचिस, मोमबत्ती, सैनिटरी पैड, कपड़े धोने का साबुन, नहाने का साबुन, 18 लीटर की ढक्कनदार बाल्टी और तिरपाल शामिल थे।
अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि राहत शिविरों में साफ-सफाई, शौचालय और प्राथमिक चिकित्सा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए विशेष देखभाल की व्यवस्था करने को कहा, साथ ही पशुओं के लिए चारे और इलाज की भी पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और नियमित निगरानी की जाएगी ताकि राहत समय पर और सही लोगों तक पहुंचे।
प्रेसवार्ता में दी स्थिति की जानकारी
अपने दौरे के बाद आयोजित प्रेसवार्ता में मंत्री ने बताया कि जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर है, हालांकि जलस्तर में धीरे-धीरे कमी आ रही है। उन्होंने कहा कि आवागमन के लिए नावों की व्यवस्था की गई है और फसल क्षति के आंकलन के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि सरकार द्वारा घर-घर जाकर राहत किट वितरित की जा रही हैं, क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत हेतु सूची तैयार की जा रही है और राहत शिविरों में नियमित रूप से स्वास्थ्य सेवाएं, दवाइयां और चिकित्सा टीम की उपस्थिति सुनिश्चित की गई है।
एसडीआरएफ टीम के साथ किया बाढ़ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण
मंत्री डॉ. संजय निषाद ने जिलाधिकारी कपिल सिंह के साथ एसडीआरएफ की बोट के जरिए बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने जलमग्न घरों और सड़कों का जायजा लिया और निर्देश दिए कि जिन घरों में रहना संभव नहीं है, वहां के निवासियों को तुरंत राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जाए। इस पूरे दौरे के दौरान मंत्री के साथ जिलाधिकारी कपिल सिंह, संबंधित तहसील और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, आपदा प्रबंधन टीम और एसडीआरएफ की टीमें मौजूद रहीं। मंत्री की सक्रियता और निर्देशों के चलते स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्यों में और अधिक तेजी लाने की बात कही है।