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Maharajganj DM ने किया विकास भवन का औचक निरीक्षण, इस विभाग मे दुर्व्यवस्था देख जताई नाराजगी

जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मंगलवार को जनपद के विकास भवन का औचक निरीक्षण कर विभिन्न विभागों के कार्यों, कार्यालयों की सफाई व्यवस्था, अभिलेखों के रख-रखाव एवं कर्मचारियों की उपस्थिति की गहन समीक्षा की।
Post Published By: Rohit Goyal
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Maharajganj DM ने किया विकास भवन का औचक निरीक्षण, इस विभाग मे दुर्व्यवस्था देख जताई नाराजगी

महराजगंज: जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मंगलवार को जनपद के विकास भवन का औचक निरीक्षण कर विभिन्न विभागों के कार्यों, कार्यालयों की सफाई व्यवस्था, अभिलेखों के रख-रखाव एवं कर्मचारियों की उपस्थिति की गहन समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कार्यालयों को जनता के विश्वास और पारदर्शी प्रशासन का प्रतीक बनाना होगा।

निरीक्षण की शुरुआत ग्राम्य विकास अभिकरण, मनरेगा सेल, जिला विकास अधिकारी कार्यालय से की गई। इसके बाद सोशल सेक्टर, डीपीआरओ कार्यालय, ग्रामीण अभियंत्र विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार, सहकारिता विभाग, समाज कल्याण विभाग और मत्स्य विभाग समेत कई अन्य विभागों के कार्यों और कार्यालयों का निरीक्षण किया गया।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार निरीक्षण के दौरान समाज कल्याण विभाग में भारी मात्रा में अनुपयोगी और पुराने दस्तावेज पड़े पाए गए। इस पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि ऐसे अभिलेखों का नियमानुसार शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। इसी प्रकार जिला अर्थ व संख्या अधिकारी को भी निष्प्रयोज्य अभिलेखों के निस्तारण के निर्देश दिए गए।

सहकारिता विभाग के निरीक्षण में यूरिया की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी ने पूछा कि किसानों को यूरिया समय से मिले, इसकी व्यवस्था कैसे की जा रही है। इस पर एआर कोऑपरेटिव सुनील गुप्ता ने बताया कि एक नया रैक यूरिया आज ही प्राप्त हो रहा है, जिसे संबंधित समितियों को तुरंत वितरित किया जाएगा।

लघु सिंचाई विभाग में कार्यालय की साफ-सफाई और कार्य व्यवस्था देखकर जिलाधिकारी संतुष्ट नजर आए और सहायक अभियंता नवीन सहगल की सराहना की। वहीं मत्स्य विभाग में रिकॉर्ड व्यवस्थित न होने पर निर्देश दिया गया कि फाइलों और दस्तावेजों की उचित फाइलिंग व लेबलिंग की जाए और कार्यालय को स्वच्छ रखा जाए।

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने कार्यालयों को साफ, सुंदर और व्यवस्थित रखें। प्लास्टिक के प्रयोग से बचें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी कर्मचारी या आगंतुक परिसर को गंदा न करे। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि जिन अधिकारियों के कार्यालय साफ-सुथरे और अनुकरणीय स्थिति में हैं, उन्हें मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सम्मानित किया जाए।

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