

उत्तराखंड में एक बार फिर कुदरत का कहर देखने को मिला है। जगह-जगह बादल फटने की घटना के बाद जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। लोग बेधर हो गए हैं।
नंदानगर में मची तबाही
Chamoli: ज़िले के नंदानगर विकासखंड में बुधवार रात को बादल फटने से भारी तबाही मच गई। हादसे में एक शव बरामद हुआ और 12 लोग लापता है। पुलिस-प्रशासन और एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें लगातार मौके पर जुटी हैं। दो लोगों का हेली से रेस्क्यू किया गया है।
जानकारी के अनुसार आपदा में सबसे अधिक प्रभावित ग्राम कुंतरी लगा फाली है, जहां आठ लोग लापता हैं और 15 से 20 भवन व गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। रात तीन बजे के करीब भारी बारिश के बीच लोगों के घरों पर मलबा आ गिरा। दो महिलाओं और एक बच्चे को पुलिस व डीडीआरएफ की टीमों ने मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है।
जानकारी के अनुसार बारिश इतनी तेज़ थी कि लोग रात में अपने घरों से बाहर निकल भागे। प्रभावित क्षेत्रों में कई गौशालाएं और मवेशी भी बह गए हैं। मोक्ष गाड़ गदेरा उफान पर आ गया, जिससे सेरा गांव में कई मकान बह गए और नंदप्रयाग–नंदानगर मोटर पुल भी खतरे की जद में आ गया। पेट्रोल पंप और पुराना बाजार से जोड़ने वाला पुल भी बह गया है।
थराली क्षेत्र, सोल घाटी और आसपास के गांवों में भी तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। कई जगह सड़कें बंद हैं और संपर्क कट गया है। नंदानगर के सालूबगड़ और लांखी जैसे क्षेत्रों में मकानों को खतरा बना हुआ है।
उत्तराखंड में बारिश की मार: चमोली के चार गांवों में कहर, रेस्क्यू में जुटी SDRF और NDRF
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि राहत और बचाव कार्य जारी है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। मेडिकल टीमें और एंबुलेंस भी रवाना कर दी गई हैं। धुर्मा गांव में भी मकानों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन जनहानि नहीं हुई है।
ग्राम कुंतरी लगा फाली से लापता लोगों के नाम
ग्राम धुरमा से लापता दो लोग