पीएम मोदी का आक्रामक सैन्य नीति का ऐलान: पाकिस्तान को दिया संदेश, कहा- अगर गोली दागी तो गोला दागेंगे

पाक की कायराना हरकत के बाद पीएम मोदी ने आक्रामक सैन्य नीति का ऐलान किया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की खास खबर

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 11 May 2025, 5:34 PM IST
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नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेनाओं और सुरक्षा बलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अब से भारत रक्षात्मक नहीं रहेगा, बल्कि आक्रामक नीति अपनाएगा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, प्रधानमंत्री का संदेश साफ है, "वहां से गोली चलेगी, यहां से गोला चलेगा।" यह बयान भारतीय सरकार की नई सैन्य रणनीति का प्रतीक है, जिसमें पाकिस्तान के साथ सभी सीमा पर तनावपूर्ण स्थितियों में भारत अब आक्रामक जवाब देने की योजना बना रहा है।

पाकिस्तान के लिए कड़ा संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से भी इस मुद्दे पर चर्चा की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा था कि यदि पाकिस्तान कोई भी नापाक कदम उठाता है तो भारत का जवाब और भी विनाशकारी होगा। इसके बाद पाकिस्तान ने 26 ठिकानों पर हमला किया, लेकिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान के इस कदम का कड़ा और मुंहतोड़ जवाब दिया। इस जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को यह समझने पर मजबूर कर दिया कि अब पुराने तरीके से काम नहीं चलेगा और भारत किसी भी स्थिति में अपने नागरिकों और सीमाओं की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।

'ऑपरेशन सिंदूर' जारी है

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और सैन्य सक्रियता को लेकर सरकारी सूत्रों ने पुष्टि की है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' अब भी जारी है। यह कोई एक दिन की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि भारत और पाकिस्तान के रिश्तों का नया दौर है। जो भविष्य में स्थायी रूप से जारी रहने की संभावना को दर्शाता है। भारतीय सेना की यह रणनीति केवल सीमाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे अब एक बड़े पैमाने पर लागू किया जा रहा है, जिसमें पाकिस्तान के आंतकी ठिकानों को निशाना बनाना भी शामिल है।

सीमा पर क्या हो रहा है?

सूत्रों ने यह भी बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच फिलहाल कोई राजनयिक वार्ता नहीं हो रही है। हालांकि, दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों, यानी डायरेक्टर जनरल्स ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (डीजीएमओ), के बीच सीमाओं पर स्थिति को संभालने के लिए संपर्क बना हुआ है। इसके साथ ही भारत का संदेश स्पष्ट है— अगर पाकिस्तान गोली चलाएगा तो भारत दोगुनी ताकत से जवाब देगा। भारत का यह भी कहना है कि जब तक पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का मुद्दा हल नहीं होता, तब तक किसी भी तरह की बातचीत, मेल-मिलाप या समझौता संभव नहीं है।

मध्यस्थता की कोई जरूरत नहीं

भारत ने यह स्पष्ट किया है कि आतंकवादियों को सौंपने के अलावा किसी अन्य मुद्दे पर बातचीत नहीं की जाएगी। भारतीय सरकार की स्थिति कश्मीर को लेकर बहुत स्पष्ट है और इस समय केवल एक ही मुद्दा प्राथमिकता पर है— पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस करना। इसके अलावा, भारत ने साफ किया है कि वह किसी भी प्रकार की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं महसूस करता है और अपने कड़े कदमों पर कायम रहेगा।

क्या है ऑपरेशन सिंदूर?

'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की तरफ से आतंकवाद के खिलाफ शुरू की गई एक बड़ी सैन्य मुहिम है। इसका उद्देश्य न केवल सीमा पार आतंकियों के ठिकानों को तबाह करना है, बल्कि पाकिस्तान को यह भी संदेश देना है कि अब भारत हर हमले का तुरंत और तगड़ा जवाब देगा। इस ऑपरेशन के तहत हाल ही में पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर हमला किया गया, जिसमें भारत ने अपने सबसे आधुनिक और शक्तिशाली हथियारों का इस्तेमाल किया। यह हमला विशेष रूप से अहम था क्योंकि जैश-ए-मोहम्मद को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने ही जन्म दिया था।

ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम आतंकी हमला और सीजफायर

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिसमें कुछ कुख्यात आतंकवादी भी मारे गए। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 26 ठिकानों पर हमला किया, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने उसे नाकाम कर दिया। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के 14 सैन्य ठिकानों को भी ध्वस्त कर दिया। इस पर पाकिस्तान ने सीजफायर का प्रस्ताव दिया, जिसे दोनों देशों ने आपसी चर्चा के बाद लागू किया।

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