

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ आकाश मिसाइल सिस्टम और S-400 की मदद से अपनी क्षमताओं को साबित कर दिया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: भारत ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी हवाई सुरक्षा क्षमताओं को साबित कर दिया जब उसने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमलों को आकाश मिसाइल सिस्टम और S-400 की मदद से पूरी तरह से नाकाम कर दिया। 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के लाहौर, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में कई आतंकी ठिकानों पर जोरदार हमला किया था। इसके फलस्वरूप पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात को भारतीय शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए इन सब हमलों को विफल कर दिया।
आकाश मिसाइल सिस्टम को भारत का देसी सुपरहीरो कहा जा सकता है। इसे DRDO (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) द्वारा डिजाइन किया गया है और इसे भारतीय कंपनियों BDL और BEL ने निर्मित किया है। यह एयर डिफेंस सिस्टम दुश्मन के हवाई हमलों को रोकने के लिए विशेष रूप से बनाया गया है।
आकाश-1 वेरिएंट 25 से 45 किमी की दूरी और 18 किमी की ऊँचाई तक निशाना साध सकता है। जबकि इसके अपग्रेडेड वर्जन, आकाश-NG, में 70-80 किमी तक मार करने की क्षमता है। आकाश का स्मार्ट रडार 150 किमी दूर तक 64 लक्ष्यों को देख सकता है और एक साथ 12 मिसाइलों को गाइड कर सकता है। इसकी स्मार्ट गाइडेंस तकनीक इसे अंतिम समय में भी लक्ष्यों को लॉक करने में सक्षम बनाती है।
भारत के पास एक और बेहद प्रभावी एयर डिफेंस सिस्टम है, जिसे S-400 कहा जाता है। यह रूस द्वारा निर्मित है और भारत ने 2018 में इसे 5.43 बिलियन डॉलर की कीमत पर खरीदा। S-400, लगभग 400 किमी की दूरी तक दुश्मन को निशाना बनाने की क्षमता रखता है और यह बैलिस्टिक मिसाइलों, स्टील्थ जेट्स और हाइपरसोनिक हथियारों को भी रोक सकता है।
इसके 92N6E ग्रेव स्टोन रडार की क्षमता 100 लक्ष्यों को ट्रैक करने और 36 को एक साथ लक्ष्य बनाने की है। यह तीसरे पक्ष के खतरों से निपटने के लिए तैयार किया गया है, और इसे कहीं भी आसानी से तैनात किया जा सकता है।
आकाश और S-400 ने मिलकर पाकिस्तान के कई दुश्मन विमानों, जैसे JF-17 और अन्य ड्रोन को नष्ट कर दिया। भारत के इन हवाई रक्षा सिस्टम ने यह सिद्ध कर दिया है कि वे पाकिस्तान के नापाक इरादों को नकारने में सक्षम हैं। इससे पहले आकाश ने 2020 में एक परीक्षण में 10 ड्रोन को एक साथ खत्म कर दिया था, जो इसकी क्षमता को दर्शाता है।
आकाश सिस्टम की ख्याति अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बढ़ रही है। आर्मेनिया ने इसे 2022 में खरीदा था, और ब्राजील, मिस्र और यूएई भी इसे खरीदने के इच्छुक हैं। इससे यह सिद्ध होता है कि भारतीय तकनीक और सुरक्षा प्रणालियाँ कितनी भरोसेमंद हैं।
इस प्रकार, भारतीय सेना के आकाश और S-400 हवाई रक्षा सिस्टम ने न केवल पाकिस्तान के हमलों को नाकाम किया है, बल्कि भारतीय सुरक्षा की दीवार को और मजबूत किया है। यह दर्शाता है कि भारत अब अपनी सुरक्षा के लिए एक मजबूत पायदान पर खड़ा है और आवश्यकताओं के अनुसार कोई भी ठोस कदम उठाने के लिए तत्पर है।