

डाइनामाइट न्यूज ने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म की दसवीं वर्षगांठ बड़ें धूमधाम से मनाया। इस मौके पर मुख्य अतिथि केंद्रिय मंत्री पीयूष गोयल, पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ समेत कई हस्तियां मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में काफी ज्यादा लोगों का उत्साह देखा गया। इस मौके पर तालियों की गड़गड़ाहट ने कार्यक्रम को काफी ज्यादा उत्साहित किया।
कौन हैं रूमा देवी
New Delhi: डाइनामाइट न्यूज ने 16 अक्टूबर को अपने डिजिटल प्लेटफॉम की दसवीं वर्षगांठ बड़ें धूमधाम से मनाया। इस वर्ष डाइनामाइट न्यूज ने Young India Country Award 2025 का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को सम्मान देना था। जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में शानदार योगदान किया।
इसी कड़ी में रुमा देवी को 1 लाख रुपये का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि केंद्रिय मंत्री पीयूष गोयल, पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ समेत कई हस्तियां मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में काफी ज्यादा लोगों का उत्साह देखा गया। इस मौके पर तालियों की गड़गड़ाहट ने कार्यक्रम को काफी ज्यादा उत्साहित किया।
कौन है रुमा देवी?
जानकारी के मुताबिक, रूमा देवी का जन्म 1988 में राजस्थान के बाड़मेर जिले के रावतसर में हुआ था। उन्होंने आठवीं कक्षा में पढ़ाई छोड़ दी थी। बचपन में दादी से कढ़ाई सीखी थी। 17 साल की उम्र में उनकी शादी हो गई, रुमा देवी ने शादी के कुछ समय बाद अपने पहले बेटे को जन्म दिया, मगर आर्थिक तंगी चिकित्सा सुविधा के अभाव में उनके बेटे की की मौत हो गई थी। इनका जीवन बहुत ही संघर्ष से भरा हुआ था।
राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मनित
रुमा देवी को उनके कार्य के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। नारी शक्ति पुरस्कार 2018 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा प्रदान किया गया।
डाइनामाइट न्यूज ने अपनी 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर #YoungIndiaCountryAward2025 का आयोजन किया, जिसमें पारंपरिक हस्तशिल्प फैशन डिज़ाइनर और सामाजिक कार्यकर्ता रुमा देवी को सम्मानित किया गया।#RumaDevi #DynamiteNews10thAnniversary #NewDelhi #ConstitutionClubofIndia… pic.twitter.com/4mf1sGP4QZ
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 17, 2025
अवार्ड की जूरी में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की चेयरपर्सन और सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश रंजन देसाई, वन नेशन वन इलेक्शन उच्चस्तरीय समिति के सदस्य-सचिव एवं वरिष्ठ आईएएस संजय कोठारी, देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रो-वाइस चांसलर एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार के डॉ. चिन्मय पंड्या और एम्स नई दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. एम.सी. मिश्रा शामिल रहे।