

त्योहारों में स्टेशन पर टिकट की मारामारी से मिलेगी राहत! यात्रियों की इसी समस्या को देखते हुए उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल ने एक बड़ी और सराहनीय पहल की है।उत्तर रेलवे ने शुरू की मोबाइल टिकटिंग सेवा ‘एम-यूटीएस’, जानिए यह कैसे करेगा आपकी मदद।
टिकट की टेंशन खत्म
New Delhi: त्योहारी सीजन जैसे दशहरा, दीपावली और छठ पूजा के दौरान रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ आम बात है। खासकर अनरिजर्व्ड टिकट काउंटरों पर यात्रियों को लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ता है, जिससे समय की बर्बादी और परेशानी दोनों होती है। यात्रियों की इसी समस्या को देखते हुए उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल ने एक बड़ी और सराहनीय पहल की है। इस नई व्यवस्था के तहत अब यात्रियों को टिकट के लिए काउंटर तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि टिकट खुद उनके पास प्लेटफॉर्म पर आ जाएगा।
उत्तर रेलवे द्वारा शुरू की गई यह नई टिकटिंग व्यवस्था एम-यूटीएस (Mobile Unreserved Ticketing System) नाम से जानी जाएगी। यह एक मोबाइल आधारित टिकटिंग मशीन है, जो रोडवेज बसों में इस्तेमाल होने वाली मशीन की तरह होती है। यह मशीन हल्की होती है और वायरलेस तकनीक पर काम करती है, जिससे रेलकर्मी इसे लेकर प्लेटफॉर्म पर घूम सकते हैं और यात्रियों को वहीं खड़े-खड़े जनरल टिकट जारी कर सकते हैं।
रेलकर्मी अब बेचेंगे टिकट
यात्रियों को सिर्फ रेलकर्मी को अपना गंतव्य स्टेशन बताना होगा, और वह रेलकर्मी मशीन के माध्यम से तुरंत टिकट प्रिंट करके दे देगा। सबसे खास बात यह है कि भुगतान के लिए कैश और UPI दोनों विकल्प उपलब्ध होंगे।
उत्तर रेलवे ने 'एम-यूटीएस' सिस्टम को पहले चरण में चार प्रमुख स्टेशनों पर लागू करने का फैसला लिया है:
इन स्टेशनों पर शुरुआत में कुल 35 एम-यूटीएस मशीनें तैनात की जाएंगी। लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी में 10-10 मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी, जबकि प्रयागराज जंक्शन पर 5 मशीनें रहेंगी। रेलकर्मी विशेष यूनिफॉर्म में रहेंगे, ताकि यात्री उन्हें आसानी से पहचान सकें।
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इस व्यवस्था से सबसे बड़ा लाभ उन यात्रियों को होगा, जिन्हें तत्काल यात्रा करनी होती है और जो काउंटर की लंबी कतारों से बचना चाहते हैं। एम-यूटीएस प्रणाली त्योहारों के दौरान भीड़ प्रबंधन में भी सहायक होगी और यात्रियों को समय पर टिकट मिलने की सुविधा प्रदान करेगी।