New Delhi: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से पाकिस्तान ने बांग्लादेश के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। शिक्षा और व्यापार के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों ने मिलकर ‘पाकिस्तान-बांग्लादेश नॉलेज कॉरिडोर’ शुरू किया है। इस पहल का मकसद दोनों देशों के बीच शिक्षा, शोध और व्यावसायिक सहयोग को बढ़ावा देना है।
500 बांग्लादेशी छात्रों को मिलेगा पाकिस्तान में स्कॉलरशिप
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, आगामी पांच वर्षों में बांग्लादेश के 500 छात्रों को पाकिस्तान में उच्च शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप दी जाएगी। इन स्कॉलरशिप में एक चौथाई की संख्या मेडिकल क्षेत्र से जुड़ी होगी, जो बांग्लादेश में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास में सहायक होगी। इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान अगले पांच वर्षों में 100 बांग्लादेशी प्रशासनिक अधिकारियों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करेगा, जिससे दोनों देशों के प्रशासनिक अनुभव साझा किए जा सकेंगे।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार की ढाका यात्रा
पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार शनिवार को ढाका पहुंचे और उन्होंने इस नए सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान तकनीकी सहायता कार्यक्रम के तहत बांग्लादेशी छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप की संख्या को पांच से बढ़ाकर 25 करने का फैसला किया गया है। यह निर्णय पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच शिक्षा क्षेत्र में सहयोग की मजबूती को दर्शाता है।
द्विपक्षीय संबंधों और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा
पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने 22 अगस्त 2025 को घोषणा की थी कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ कई क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी। यह बैठकें दोनों देशों के लिए नए अवसरों और चुनौतियों को समझने का माध्यम होंगी।
छह समझौतों पर हस्ताक्षर
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस सहयोग के तहत बांग्लादेश और पाकिस्तान ने छह महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों में राजनयिक और आधिकारिक पासपोर्ट धारकों के लिए फ्री-वीजा एंट्री, दोनों देशों की विदेश सेवा अकादमी के बीच बीज समझौता ज्ञापन, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम शामिल हैं। ये समझौते दोनों देशों के बीच पारस्परिक समझ और सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करेंगे।
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और सहयोग की विडंबना
हालांकि पाकिस्तान स्वयं आर्थिक संकट में है और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) सहित कई संस्थानों से आर्थिक सहायता प्राप्त कर रहा है, फिर भी वह बांग्लादेश के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप प्रदान कर रहा है। यह पहल इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान अपनी विदेश नीति में शिक्षा और क्षेत्रीय सहयोग को प्राथमिकता दे रहा है। हाल ही में IMF ने पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक बोर्ड से वित्त सचिव को हटाने और डिप्टी गवर्नर के पदों को भरने के निर्देश दिए थे। पाकिस्तान IMF के सात अरब डॉलर के ऋण कार्यक्रम को लागू कर रहा है और उसे एक अरब डॉलर की किस्त तभी मिलती है जब वह निर्धारित शर्तों का पालन करता है।
शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग से बढ़ेगा दोनों देशों का रिश्ता
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच इस नॉलेज कॉरिडोर के माध्यम से न केवल छात्रों को बेहतर शिक्षा के अवसर मिलेंगे, बल्कि व्यापार, प्रशासनिक अनुभव और सांस्कृतिक समझ को भी बढ़ावा मिलेगा। यह पहल दोनों देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों से तनावपूर्ण संबंधों के बीच एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। इस कदम से दक्षिण एशिया में शांति और सहयोग को प्रोत्साहन मिलेगा।