

बड़े ही धूमधाम के साथ देशभर में करवा चौथ मनाया जा रहा है। दिल्ली, यूपी समेत देश के अलग-अलग राज्यों में चांद दिख गया हैं। चांद के दीदार होते आतिशबाजी भी शुरु हो गयी हैं।
प्रतीकात्मक छवि
New Delhi: देशभर में बड़े ही धूमधाम के साथ करवा चौथ मनाया जा रहा है। दिल्ली, यूपी समेत देश के अलग-अलग राज्यों में चांद दिख गया हैं। चांद के दीदार होते आतिशबाजी भी शुरु हो गयी हैं।
सुबह से ही उठकर सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रख रही हैं। करवा चौथ का व्रत रखना कोई आसान बात नहीं है. यह काफी कठिन माना जाता है। इसकी वजह पूरे दिन अन्न जल के सेवन किए बिना रहना है।
रात में चंद्र दर्शन कर अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाता है। मगर, सभी जानते कि चांद भी आज के दिन काफी इतराता है। जितना महिलाएं चांद के जल्दी दिखने का इंतजार करती हैं उतना ही चांद भाव खाता है। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में चांद का दीदार होने लगा है।
करवा चौथ पर चांद को अर्घ्य देने से पहले कथा जरूर सुन लें। चांद की पूजा के लिए एक थाली तैयार करें जिसमें एक कलश रखें। इस कलश में चांदी का सिक्का और अक्षत डालें। साथ में रौली, चावल, छलनी, आटे का दीपक और मिठाई रखें। चांद निकलने पर छलनी से उसके दर्शन करें फिर इसी छलनी से पति को भी दखें। फिर चांद को अर्घ्य चढ़ाएं और दीपक दिखाएं। साथ ही मिठाई का भोग लगाएं। फिर चांद की आरती करें। इसके बाद चंद्रमा पर सात सीकें फेंकी जाती हैं। चांद की पूजा के बाद पति के हाथों से पानी पीकर अपना व्रत खोल लें।