

जम्मू पुलिस ने चोरी के आरोपी को जूतों की माला पहनाकर शहर में घुमाया, जिसका वीडियो वायरल हो गया। पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही जा रही है।
चोर को पहनाई जुते की माला (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर पुलिस एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई है। इस बार मामला बख्शीनगर इलाके का है, जहां पुलिस ने चोरी के एक आरोपी को जूतों की माला पहनाकर और गाड़ी के बोनट पर बैठाकर शहर की सड़कों पर घुमाया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद जनता और वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी कड़ी निंदा की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) जोगिंदर सिंह ने इस घटना को अनुशासनहीन और अनप्रोफेशनल करार देते हुए तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं।
जानें क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने एक व्यक्ति को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था। उस पर एक अस्पताल में मरीज के अटेंडेंट से लूट का आरोप था। बताया जा रहा है कि आरोपी ने मरीज के लिए दवाएं खरीदने आए एक व्यक्ति से 40,000 रुपये लूटे थे। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ा, लेकिन जो कार्रवाई की गई, वह अमानवीय और शर्मनाक थी। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि आरोपी के हाथ रस्सी से बंधे हैं, गले में जूतों की माला है और उसे पुलिस की गाड़ी के बोनट पर बैठाकर सड़कों पर घुमाया जा रहा है। कुछ दृश्यों में पुलिसकर्मी उसे सड़क पर पैदल भी ले जाते दिख रहे हैं।
लोगों ने की घटना की आलोचना
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस की इस हरकत की कड़ी आलोचना की है। कई लोगों ने इसे पुलिस की बर्बरता और मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया। इस बीच, एसएसपी जोगिंदर सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि यह कृत्य एक अनुशासित संगठन के लिए अस्वीकार्य है। उन्होंने बख्शीनगर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जांच का जिम्मा सब-डिवीजनल पुलिस ऑफिसर (SDPO, शहर उत्तर) को सौंपा गया है और एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस ने दी सफाई
बख्शीनगर पुलिस स्टेशन के एसएचओ आजाद मन्हास ने इस मामले में सफाई दी है। उनके मुताबिक, कुछ दिन पहले एक व्यक्ति से 40,000 रुपये लूटे गए थे और लूट की इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपी को पहचान लिया। इसके बाद भीड़ ने आरोपी पर हमला किया और उसने बचाव में चाकू से हमला कर दिया, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को पकड़ा। एसएचओ का दावा है कि स्थानीय युवाओं ने ही आरोपी के हाथ बांधे और जूतों की माला पहनाई। इसके बाद उसे सड़कों पर घुमाया गया। पुलिस ने उसे थोड़ी देर के लिए वाहन के बोनट पर बैठाया और फिर थाने ले गई, जहां उसकी गिरफ्तारी की घोषणा पब्लिक एड्रेस सिस्टम से की गई।
हालांकि, पुलिस की इस कार्रवाई ने कई सवाल खड़े किए हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस का काम कानून का पालन करना है, न कि भीड़ की तरह व्यवहार करना। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली और अनुशासन पर सवाल उठाए हैं। जांच के नतीजे और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का इंतजार अब सभी को है।