

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर भारत को धमकी दी है कि पानी की एक बूंद भी पाकिस्तान से नहीं छीनी जा सकती। लेकिन इस बार उनका सामना भारतीय जनता पार्टी के सांसद असदुद्दीन ओवैसी से हुआ, जिन्होंने उन्हें ब्रह्मोस मिसाइल का जिक्र कर करारा जवाब दिया। आइए जानते हैं इस धमकी और ओवैसी के जवाब के बारे में विस्तार से…
शहबाज की धमकी पर ओवैसी का जवाब
New Delhi: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में भारत को चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान से पानी की एक बूंद भी नहीं छीनी जा सकती। यह बयान एक बार फिर पाकिस्तान की पुरानी आदतों का हिस्सा है। जिसमें वह भारत के खिलाफ अपनी भड़काऊ बयानबाजी करता रहता है। शहबाज का यह बयान कोई नई बात नहीं है, पाकिस्तान के नेता और आर्मी जनरल दशकों से ऐसी धमकियां देते आए हैं। लेकिन इस बार उनका सामना भारतीय सांसद असदुद्दीन ओवैसी से हुआ। जिन्होंने शहबाज शरीफ को माकूल जवाब दिया। ओवैसी ने कहा, "हमारे पास ब्रह्मोस है, शहबाज साहब! ऐसी गीदड़भभकी और बकवास भारत के सामने बेकार है। इन धमकियों का हम पर कोई असर नहीं। बहुत हो गया!"
ब्रह्मोस मिसाइल बना पाक के लिए एक खौफनाक
ओवैसी ने जिस ब्रह्मोस मिसाइल का जिक्र किया, वह कोई साधारण हथियार नहीं है। ब्रह्मोस भारत की सैन्य ताकत का प्रतीक बन चुकी है। यह मिसाइल ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के लिए एक बुरे सपने की तरह साबित हुई थी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल करके पाकिस्तान के एयरफील्ड्स को तबाह कर दिया था। इस हमले के बाद पाकिस्तान के नेताओं ने यह स्वीकार किया था कि उनके पास जवाब देने के लिए चंद मिनट भी नहीं थे। एक सोशल मीडिया यूजर ने ऑपरेशन सिंदूर की याद ताजा करते हुए लिखा कि ब्रह्मोस ने दिखाया कि भारत की गर्जना सिर्फ शब्दों में नहीं, हकीकत में होती है। शहबाज को इतिहास पढ़ लेना चाहिए। इस हमले ने पाकिस्तान को यह समझा दिया कि भारत की सैन्य शक्ति शब्दों में नहीं, बल्कि कार्रवाई में है। ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता ने पाकिस्तान को चुप्प करवा दिया था और वह अब भी उस डर से उबर नहीं पाया है।
पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति और शहबाज का बयान
शहबाज शरीफ का यह बयान उस समय आया है जब पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था संकट में है। देश में बिजली की घातक कमी, महंगाई और राजनीतिक अस्थिरता ने पाकिस्तान की स्थिति को बेहद कठिन बना दिया है। ऐसे में शहबाज शरीफ का भारत को धमकी देना एक हास्यास्पद कदम प्रतीत होता है। सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति पर भी तीखी टिप्पणियाँ की जा रही हैं। एक यूजर ने शहबाज शरीफ को नसीहत देते हुए लिखा, "शहबाज साहब, धमकी देने से पहले अपने मुल्क की हालत देख लो। भारत को उंगली दिखाने की औकात चाहिए, जो तुम्हारे पास नहीं।" वहीं, एक अन्य ने कहा, "पाकिस्तान को पहले अपनी रोटी और पानी की चिंता करनी चाहिए, फिर भारत को धमकी देने की सोचें।" यह टिप्पणियाँ पाकिस्तान के नेतृत्व के खिलाफ सार्वजनिक असंतोष को दर्शाती हैं।
ऑपरेशन सिंदूर और भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन
ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय सैन्य इतिहास का एक महत्वपूर्ण क्षण माना जाता है। इस ऑपरेशन ने न केवल पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को नष्ट किया, बल्कि भारत की सामरिक क्षमता को भी दुनिया के सामने लाया। ब्रह्मोस मिसाइल की तेज और सटीक मार ने पाकिस्तान को यह बता दिया कि भारत किसी भी समय, किसी भी स्थिति में जवाब देने के लिए तैयार है। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, "जब ब्रह्मोस ने आसमान से बरसना शुरू किया, तब पाकिस्तान को समझ आया कि भारत सिर्फ बातें नहीं, कार्रवाई करता है।" यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि भारत का सैन्य आत्मविश्वास और क्षमता किसी भी प्रकार की धमकियों से परे है। भारत अपनी सैन्य शक्ति को कभी भी हल्के में नहीं लेता, और शांति की भाषा बोलते हुए भी जरूरत पड़ी तो वह पूरी ताकत के साथ कार्रवाई करने में सक्षम है।
शहबाज के बयान पर सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
शहबाज शरीफ के बयान पर सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ सामने आईं हैं। कुछ यूजर्स ने पाकिस्तान की आंतरिक समस्याओं को देखते हुए पाकिस्तान के नेताओं की बयानबाजी पर तंज कसा। एक यूजर ने कहा, "पाकिस्तान को पहले अपनी बिजली और पानी की समस्या का समाधान करना चाहिए, फिर भारत से उलझने की सोचें।" यह बयान पाकिस्तान के आर्थिक संकट और सामाजिक अस्थिरता को उजागर करता है। इसके अलावा, एक अन्य यूजर ने लिखा, "शहबाज साहब, बूंद की बात छोड़िए, ब्रह्मोस के सामने आपका समंदर भी सूख जाएगा!" यह टिप्पणी पाकिस्तान की धमकी को एक मजाक के रूप में दिखाती है और भारतीय सैन्य शक्ति की वास्तविकता को सामने लाती है।