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                        भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि पर देशभर में श्रद्धांजलि दी जा रही है। उनके साहसिक फैसलों 1971 युद्ध, पोखरण परमाणु परीक्षण और बैंकों के राष्ट्रीयकरण ने उन्हें ‘आयरन लेडी’ की उपाधि दिलाई और भारत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
 
                                            आयरन लेडी इंदिरा गांधी की कहानी
New Delhi: आज इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि है। भारतीय इतिहास की एक ऐसी तारीख 31 अक्टूबर जो हर भारतीय के हृदय में गहरा भाव जगाती है। इसी दिन वर्ष 1984 में देश ने अपनी पहली महिला प्रधानमंत्री, स्व. इंदिरा गांधी को खो दिया था।
वे केवल एक राजनीतिक नेता नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और अडिग राष्ट्रवादी भावना की प्रतीक थीं। उनका जीवन संघर्ष, दृढ़ता और दूरदर्शिता का संगम था जिसने भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाई।
इंदिरा गांधी को ‘आयरन लेडी’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने कई साहसिक और कड़े फैसले लिए, जिससे उनकी दृढ़ और मजबूत नेतृत्व शैली साबित हुई। इन फैसलों में 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश को आज़ाद कराना, 1974 में पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण करवाना और बैंकों का राष्ट्रीयकरण करना शामिल है। इन ऐतिहासिक कदमों ने न केवल भारत की ताकत को दुनिया के सामने रखा, बल्कि देश को आत्मनिर्भर और वैश्विक प्रभावशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।
इंदिरा गांधी का जीवन परिचय
इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुआ था। उनके पिता पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और माता कमला नेहरू स्वतंत्रता संग्राम की सक्रिय कार्यकर्ता थीं।
इंदिरा ने शांतिनिकेतन और बाद में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। फिरोज गांधी से विवाह के बाद वे राजनीति में और सक्रिय हो गईं। अपने पिता के सान्निध्य में उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के संघर्ष को करीब से देखा, जिसने उनके भीतर नेतृत्व की भावना को प्रज्वलित किया।
1971 का बांग्लादेश युद्ध
1971 में पाकिस्तान के गृहयुद्ध के दौरान इंदिरा गांधी ने पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) के समर्थन का ऐतिहासिक निर्णय लिया। महज 11 दिनों में भारत ने पाकिस्तान को पराजित कर बांग्लादेश को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। यह युद्ध भारत की सैन्य शक्ति और इंदिरा गांधी के दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक बन गया।
19 जुलाई 1969 को इंदिरा गांधी ने 14 प्रमुख निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया। इस निर्णय ने भारतीय अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव लाया और गरीब तबके को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा। 1980 में उन्होंने सात और बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया, जिससे भारत आर्थिक समानता की दिशा में आगे बढ़ा।
1974 में राजस्थान के पोखरण में भारत का पहला परमाणु परीक्षण करवाकर इंदिरा गांधी ने दुनिया को चौंका दिया। उनके इस साहसिक कदम ने भारत को वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित किया। 1984 में खालिस्तान आंदोलन को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने ऑपरेशन ब्लू स्टार का कड़ा फैसला लिया, जिसने देश की अखंडता को बचाए रखा।
