

लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर महिलाओं की उपलब्धियों और सरकार की महिला-केंद्रित योजनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि महिलाएं देश की विकास यात्रा की ‘मुख्य चालक’ बन चुकी हैं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
New Delhi: भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश की महिलाओं को समर्पित एक शक्तिशाली संदेश दिया। उन्होंने भारत की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में नारी शक्ति के बढ़ते योगदान को रेखांकित किया। साथ में उन्होंने देश की विकास यात्रा का मूल आधार बताया। प्रधानमंत्री ने कहा, "आज हर क्षेत्र हमारी नारी शक्ति की ताकत को गर्व से स्वीकार करता है। महिलाएं न केवल उभरती हुई अर्थव्यवस्था की लाभार्थी हैं, बल्कि इसकी गति की प्रमुख चालक भी हैं।"
स्टार्टअप से लेकर सेना तक, बेटियों का जोर
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने देश में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को विस्तार से गिनाया। उन्होंने कहा, "स्टार्टअप से लेकर अंतरिक्ष क्षेत्र तक और खेल के मैदानों से लेकर सशस्त्र बलों तक हमारी बेटियां देश का नाम रोशन कर रही हैं।" मोदी ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से महिला कैडेटों के पहले बैच के स्नातक होने के ऐतिहासिक क्षण को याद करते हुए कहा कि वह दिन पूरे देश के लिए गौरव का क्षण था। यह दर्शाता है कि महिलाएं अब रक्षा क्षेत्र में भी निर्णायक भूमिका निभा रही हैं।
गांव की महिलाएं बनीं टेक्नोलॉजी पायलट
प्रधानमंत्री मोदी ने 'नमो ड्रोन दीदी' योजना का विशेष रूप से जिक्र किया। इस योजना के तहत देश के गांवों की महिलाएं अब ड्रोन पायलट बनकर कृषि, भूमि सर्वेक्षण और सामाजिक सेवाओं में अपनी भागीदारी निभा रही हैं। उन्होंने एक अनुभव साझा करते हुए कहा, "एक गांव में एक बहन ने मुझे गर्व से बताया कि लोग अब उसे 'पायलट' कहते हैं। वह ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है, लेकिन अब उसका सम्मान बढ़ गया है।"
2 करोड़ महिलाएं बनीं आर्थिक रूप से सक्षम
प्रधानमंत्री ने सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘लखपति दीदी’ का जिक्र करते हुए बताया कि देश की तीन करोड़ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये से अधिक हो। उन्होंने कहा, "मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि अब तक 2 करोड़ महिलाएं 'लखपति दीदी' बन चुकी हैं। यह लक्ष्य हम समय से पहले प्राप्त कर लेंगे।" प्रधानमंत्री के अनुसार ये महिलाएं न केवल अपनी आर्थिक स्थिति सुधार रही हैं, बल्कि अपने गांव और परिवारों के लिए रोल मॉडल बन रही हैं।
लाल किले में मौजूद थीं ‘लखपति दीदी’
इस बार लाल किले में आयोजित समारोह में विभिन्न राज्यों से आई ‘लखपति दीदी’ महिलाएं विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उनके साथ प्रधानमंत्री मोदी की बातचीत और उन्हें दी गई मान्यता ने समारोह को महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बना दिया।