

भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। बुधवार को मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के भीतर देश में 306 नए कोविड-19 मामले सामने आए हैं।
24 घंटों में 7,121 नये मामले
नई दिल्ली: भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। बुधवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के भीतर देश में 306 नए कोविड-19 मामले सामने आए हैं, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या 7,121 हो गई है। इस दौरान 6 मौतें भी दर्ज की गई हैं, जिनमें से तीन मामले केरल, दो कर्नाटक और एक महाराष्ट्र से हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मृतकों में एक 43 वर्षीय व्यक्ति शामिल है, जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से ही कमज़ोर थी, जबकि अन्य सभी बुजुर्ग थे और उन्हें पहले से ही सांस या पुरानी बीमारियाँ थीं।
राज्यों में बढ़ते मामलों की स्थिति
अगर राज्यवार आंकड़ों पर नज़र डालें तो केरल सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है, जहाँ वर्तमान में 2,223 सक्रिय मामले हैं और पिछले 24 घंटों में 170 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद गुजरात का नंबर आता है जहाँ 114 नए मामले हैं और वहाँ सक्रिय मामलों की संख्या 1,223 हो गई है। दिल्ली में भी कोविड के मामलों में वृद्धि देखी गई है और सक्रिय मामले अब 757 तक पहुंच गए हैं।
कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी
नए वेरिएंट और विशेषज्ञों की राय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड के मामलों में यह वृद्धि LF.7, XFG, JN.1 और हाल ही में पहचाने गए NB.1.8.1 सबवेरिएंट जैसे नए वेरिएंट के कारण है। हालांकि, विशेषज्ञों ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब देश में बड़े पैमाने पर हाइब्रिड इम्युनिटी विकसित हो गई है, जो पहले के संक्रमण और वैक्सीन कवरेज का मिश्रण है।
इस कारण से, विशेषज्ञों ने इस समय राष्ट्रव्यापी बूस्टर अभियान चलाने की आवश्यकता से इनकार किया है और लक्षित सुरक्षा नीति अपनाने की सिफारिश की है। उनका कहना है कि उच्च जोखिम वाली श्रेणियों- जैसे कि बुजुर्ग, कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोग और पुरानी बीमारियों से पीड़ित रोगियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
सरकार और आईएमए की चेतावनी
कोरोना संक्रमण में इस वृद्धि को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्क और तैयार रहने का निर्देश दिया है। साथ ही, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने लोगों को मास्क पहनने, हाथ धोने और भीड़ से बचने जैसे कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की सलाह दी है।
डॉक्टरों ने यह भी कहा है कि लोगों को कोविड-19 और मौसमी वायरल बुखार के बीच अंतर समझना जरूरी है क्योंकि दोनों के लक्षण- बुखार, थकान और सांस लेने में तकलीफ- काफी हद तक एक जैसे हैं।
आम लोगों को क्या करना चाहिए?
विशेषज्ञों और डॉक्टरों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति में लक्षण दिखते हैं, खासकर बुजुर्ग और बीमार लोगों में, तो बिना देर किए डॉक्टर से सलाह लें। इससे न केवल खुद की बल्कि पूरे समुदाय की सुरक्षा होगी।
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