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राजस्थान के शाहपुरा नगर में पुराने राजकीय विद्यालय परिसर में बन रही पानी की टंकी को लेकर विवाद गहरा गया है। राजपूत करणी सेना और आर्य समाज ने निर्माण कार्य को रोकने की मांग की है, जबकि पीएचईडी विभाग सरकारी आदेशों के तहत कार्य जारी रखने पर अड़ा है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया है।
शाहपुरा में पानी की टंकी निर्माण पर बवाल
Shahpura: नगर के महलों के चौक के अंदर स्थित पुराने राजकीय विद्यालय परिसर में बन रही पानी की टंकी को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले दो दिनों से राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना और आर्य समाज शाहपुरा के प्रतिनिधि निर्माण स्थल पर मौजूद रहकर काम रोकने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि विद्यालय परिसर ऐतिहासिक धरोहर क्षेत्र का हिस्सा है और यहां पानी की टंकी का निर्माण अनुचित है।
विवाद की शुरुआत कल दोपहर हुई जब स्थानीय संगठनों के लोगों को जानकारी मिली कि पुराने विद्यालय के अंदर तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। इसके बाद करणी सेना के जिला प्रतिनिधि बबलू सिंह और आर्य समाज के पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ठेकेदार को काम रोकने के लिए कहा। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि यह निर्माण बिना स्थानीय जन-सहमति और बिना उचित स्वीकृति के किया जा रहा है। हालांकि, गुरुवार सुबह जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के अधिशासी अभियंता मयंक शर्मा अपने अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और ठेकेदार को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्य सरकारी आदेशों के तहत चल रहा है, इसलिए इसे रोका नहीं जाएगा।
निर्माण कार्य को तत्काल रोकने की मांग
इस दौरान मौके पर दो थानों की पुलिस फोर्स भी तैनात रही, जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या टकराव की स्थिति न बने। पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है और लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की है। उधर, शाहपुरा राज परिवार के सदस्य जय सिंह ने भी इस निर्माण का विरोध किया है। उनका कहना है कि यह जगह ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है और स्थानीय लोगों की भावनाओं से जुड़ी हुई है। उन्होंने जिला प्रशासन से निर्माण कार्य को तत्काल रोकने की मांग की है।
राजपूत करणी सेना की चेतावनी
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के बबलू सिंह ने कहा कि बिना जनता की सहमति के ऐतिहासिक स्थल को बदला नहीं जा सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निर्माण कार्य नहीं रोका गया तो संगठन बड़े स्तर पर आंदोलन करेगा।
पीएचईडी विभाग का बयान
दूसरी ओर पीएचईडी विभाग का कहना है कि पानी की टंकी का निर्माण पूरी तरह से सरकारी स्वीकृति और योजनाबद्ध प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है। विभाग का तर्क है कि यह टंकी नगर में जलापूर्ति व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आवश्यक है और इसमें किसी प्रकार की अनियमितता नहीं है।
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प्रदर्शनकारियों ने कोई आधिकारिक स्वीकृति नहीं ली
इस बीच शाहपुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेश आर्य ने समाचार प्लस से बातचीत में बताया कि निर्माण स्थल पर बैठे लोग बिना किसी अनुमति के धरना दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदर्शनकारियों ने कोई आधिकारिक स्वीकृति नहीं ली है। यदि पीएचईडी विभाग की ओर से रिपोर्ट दी जाती है तो प्रशासनिक स्तर पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस लगातार निगरानी कर रही
फिलहाल, निर्माण स्थल पर तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। पुलिस लगातार निगरानी कर रही है और दोनों पक्षों से संवाद स्थापित करने की कोशिश कर रही है। स्थानीय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी प्रकार की हिंसा या तोड़फोड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।