

नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के वेलकम इलाके में शनिवार सुबह बड़ा हादसा हुआ। जनता मजदूर कॉलोनी में चार मंजिला इमारत गिरने से करीब 12 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
दिल्ली इमारत हादसा (सोर्स-गूगल)
New Delhi: उत्तर पूर्वी दिल्ली के थाना वेलकम इलाके में स्थित जनता मजदूर कॉलोनी में शनिवार सुबह करीब 7 बजे एक चार मंजिला इमारत अचानक ढह गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के वक्त इमारत में कई लोग मौजूद थे। मलबे में करीब 12 लोगों के दबे होने का अनुमान है। पुलिस, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। अब तक कुछ लोगों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए हैं। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी
मौके पर दमकल की 7 गाड़ियां, स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। हालांकि, इलाका घनी आबादी वाला है और गलियां बेहद संकरी हैं, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। राहत दल लगातार मलबा हटाने का काम कर रहा है।
दिल्ली के वेलकम इलाके में चार मंजिला इमारत गिरी
दमकल विभाग के मुताबिक, अब तक 6 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाल लिया गया है और उन्हें नजदीकी GTB अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
हादसे की असली वजह सामने नहीं आई
फिलहाल हादसे की असली वजह सामने नहीं आई है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इमारत काफी पुरानी और कमजोर थी, जिससे इसके गिरने की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और आसपास की अन्य कमजोर इमारतों का भी सर्वे कराया जा रहा है। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी-I संदीप लांबा ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस व राहत टीमें मौके पर पहुंच गई थीं। उन्होंने यह भी कहा कि इमारत लगभग 15 साल पुरानी थी और काफी जर्जर हालत में थी। शुरूआती जांच में यही कारण हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है, हालांकि इसकी विस्तृत जांच जारी है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने भी स्थिति पर निगरानी रखनी शुरू कर दी है। इस हादसे ने एक बार फिर राजधानी दिल्ली में अवैध व जर्जर इमारतों की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले अप्रैल महीने में उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दयालपुर क्षेत्र में भी एक चार मंजिला इमारत गिर गई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों घायल हुए थे।
फिलहाल राहत कार्यों के पूरा होने और मलबा पूरी तरह हटने तक लोगों से घटनास्थल के आसपास न जाने की अपील की गई है। स्थानीय प्रशासन और नगर निगम से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे जल्द ही इलाके की सभी जर्जर इमारतों की जांच कर ठोस कार्रवाई करें, ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में टाली जा सकें।