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ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स राज्य के निर्दलीय सांसद गैरेथ वार्ड ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह कदम उन्होंने उस समय उठाया जब राज्य विधानसभा में उन्हें पद से हटाने के लिए मतदान होने वाला था। वार्ड को दो युवकों से दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न के मामलों में दोषी पाया गया है और वर्तमान में वह जेल में बंद हैं।
ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स राज्य के निर्दलीय सांसद गैरेथ वार्ड (सोर्स गूगल)
New Delhi: ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स राज्य के निर्दलीय सांसद गैरेथ वार्ड ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह कदम उन्होंने उस समय उठाया जब राज्य विधानसभा में उन्हें पद से हटाने के लिए मतदान होने वाला था। वार्ड को दो युवकों से दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न के मामलों में दोषी पाया गया है और वर्तमान में वह जेल में बंद हैं।
सदन में शुक्रवार को वार्ड को निष्कासित करने के लिए प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन मतदान शुरू होने से चंद क्षण पहले ही वार्ड ने अपना इस्तीफा सौंप दिया। इससे पहले उन्होंने कानूनी दांवपेंच के जरिए मतदान को टालने की कोशिश की थी, जो विफल रही। इसके बाद वार्ड ने खुद इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
44 वर्षीय गैरेथ वार्ड पर 2015 में एक संसदीय कार्यक्रम के बाद एक युवक का यौन उत्पीड़न करने का आरोप था। इसके अलावा 2013 में भी एक अन्य युवक के साथ यौन दुर्व्यवहार का मामला सामने आया था। उन्हें बिना सहमति के यौन संबंध बनाने के एक मामले और अश्लील हरकतों के तीन मामलों में दोषी ठहराया गया है।
हाल ही में अदालत ने वार्ड की जमानत रद्द कर दी थी, जिससे उन्हें जेल जाना पड़ा। जेल में रहते हुए भी उन्होंने अपनी सीट से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते उनकी कड़ी आलोचना हुई।
गैरेथ वार्ड वर्ष 2011 से न्यू साउथ वेल्स की सीट से विधायक रहे हैं। 2022 में जब उनके खिलाफ आरोप लगे, तब उन्हें सदन से निलंबित कर दिया गया था। इसके बावजूद 2023 के चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की, जिससे सभी हैरान रह गए। अब उन्हें अधिकतम 14 साल की सजा हो सकती है।
सदन के नेता रॉन होएनिग ने वार्ड के देरी से दिए गए इस्तीफे की आलोचना करते हुए कहा, “यह शर्मनाक है कि उन्हें इस्तीफा देने में इतना समय लगा। मुझे लगता है कि दुष्कर्म का दोषी होना ही सदन से निष्कासन के लिए पर्याप्त है।” गैरेथ वार्ड का इस्तीफा अब एक बड़ा राजनीतिक और नैतिक संदेश बन गया है कि यौन अपराधों में लिप्त किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए सार्वजनिक जीवन में कोई स्थान नहीं है।