Covid-19: भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामले घटकर 5,976 पर पहुंचे, नए ओमिक्रॉन वैरिएंट पर नजर

देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 20 June 2025, 12:16 PM IST
google-preferred

नई दिल्ली: देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 5,976 रह गई, जो एक दिन पहले 6,483 थी। बीते 24 घंटे में तीन नई मौतें दर्ज की गईं दो दिल्ली से और एक केरल से। इसके साथ ही वर्ष 2025 में कोविड से कुल मृतकों की संख्या 116 हो गई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, हाल ही में सामने आए दो नए ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7, जो कि JN.1 वैरिएंट के म्यूटेशन हैं, को वर्तमान संक्रमण की लहर के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। हालांकि, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि इन नए स्ट्रेन्स से बीमारी की गंभीरता में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है।

राज्यों में स्थिति और वैरिएंट की निगरानी

देश के कई राज्यों में दैनिक संक्रमण के मामलों में गिरावट देखी जा रही है। केरल में सबसे अधिक 1,309 सक्रिय केस हैं, इसके बाद गुजरात (1,046), पश्चिम बंगाल (747), दिल्ली (632), कर्नाटक (466) और महाराष्ट्र (443) का स्थान है।

ICMR की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट के अनुसार, पहले मामलों में JN.1.16 सब-वैरिएंट प्रमुख था, लेकिन अब अधिकांश केस रेकॉम्बिनेंट वैरिएंट्स जैसे LF.7 और LP.8.1.2 के कारण सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले तीन वर्षों में जितने भी वैरिएंट सामने आए हैं, वे सभी ओमिक्रॉन वंश से ही संबंधित रहे हैं।

Omicron variant (Source-Internet)

ए ओमिक्रॉन वैरिएंट (सोर्स-इंटरनेट)

सरकार की तैयारी और अपील

स्वास्थ्य मंत्रालय ने आम जनता से कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाने, भीड़-भाड़ से बचने और बीमार होने पर सतर्कता बरतने की अपील की है। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि कोविड अब एक एंडेमिक अवस्था में पहुंच चुका है, लेकिन इससे जुड़ी सतर्कता में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें ऑक्सीजन आपूर्ति, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता शामिल है। हाल ही में एक राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई ताकि अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की स्थिति का आकलन किया जा सके।

सतत निगरानी और जांच

राज्य व जिला स्तर की निगरानी इकाइयाँ ILI (इन्फ्लुएंजा-जैसे लक्षण) और SARI (गंभीर श्वसन संक्रमण) के मामलों पर नज़र बनाए हुए हैं। सभी SARI मामलों और ILI के 5% मामलों की कोविड जांच की जा रही है। पॉजिटिव मामलों के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है, ताकि नए वैरिएंट की पहचान समय रहते की जा सके।

रिकवरी में भी वृद्धि

बीते 24 घंटों में 1,219 लोग कोविड-19 से ठीक हुए, जिससे इस वर्ष कुल रिकवरी का आंकड़ा 17,164 तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे संक्रमण नियंत्रण की दिशा में एक सकारात्मक संकेत बताया है।

Location : 

No related posts found.