

खाने में इस्तेमाल किया गया बचा हुआ तेल दोबारा उपयोग में लाना आम बात है, लेकिन अगर कुछ जरूरी सावधानियां न बरती जाएं, तो यह तेल आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स-गूगल)
New Delhi: आजकल की महंगाई और रसोई में संसाधनों का सीमित उपयोग कई बार लोगों को बचे हुए तेल को दोबारा उपयोग करने के लिए मजबूर कर देता है। हालांकि, भोजन पकाने के बाद बचे हुए तेल का दोबारा इस्तेमाल करना पूरी तरह से हानिकारक नहीं है, लेकिन इसके लिए कुछ अहम सावधानियां जरूरी होती हैं। अगर इन्हें नजरअंदाज किया जाए, तो यह तेल आपके शरीर में ज़हर की तरह असर डाल सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, बार-बार इस्तेमाल किया गया तेल ट्रांस फैट और हानिकारक रसायनों में बदल सकता है, जिससे हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आइए जानते हैं उन चार गलतियों के बारे में जिन्हें बचे हुए तेल का दोबारा इस्तेमाल करते वक्त भूलना नहीं चाहिए।
तेल को जरूरत से ज्यादा गर्म करना
जब आप पहले से इस्तेमाल किए गए तेल को दोबारा बहुत अधिक तापमान पर गर्म करते हैं, तो उसमें ट्रांस फैट और फ्री रेडिकल्स बनते हैं। ये तत्व शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और सूजन, दिल की बीमारियां और कैंसर जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इसलिए हमेशा मध्यम आंच पर ही तेल को गर्म करें।
बिना छाने तेल का दोबारा इस्तेमाल
जब आप तेल में कुछ तलते हैं, तो उसमें खाद्य कण और गंदगी मिल जाती है। अगर आप इस तेल को बिना छाने फिर से उपयोग करते हैं, तो ये जले हुए कण कार्सिनोजेनिक (कैंसर पैदा करने वाले) बन सकते हैं। इसलिए हर बार इस्तेमाल से पहले तेल को सूती कपड़े या बारीक छलनी से जरूर छान लें।
तेल को खुले में स्टोर करना
बचा हुआ तेल अगर हवा, धूप या नमी के संपर्क में आता है, तो उसमें ऑक्सीडेशन शुरू हो जाता है, जिससे यह तेल जल्दी खराब हो सकता है। हमेशा तेल को एयरटाइट कंटेनर में ठंडी और सूखी जगह पर रखें, ताकि उसकी गुणवत्ता बनी रहे।
एक ही तेल का बार-बार इस्तेमाल करना
तेल को बार-बार गर्म करने और ठंडा करने से उसके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं और वह हानिकारक तत्वों में बदल जाता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि एक ही तेल को दो या तीन बार से ज्यादा उपयोग नहीं करना चाहिए। उसके बाद उसे फेंक देना बेहतर होता है।