

नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन ने लिया हिंसक रूप ले लिया है। इस हिंसा में अबतक 21 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। काठमांडू में अभी भी कर्फ्यू जारी है। भारत-नेपाल सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पर्यटक लौटने लगे हैं।
वापस लौट रहे भारतीय पर्यटक
Maharajganj: नेपाल में सोशल मीडिया बैन और सरकार के खिलाफ गुस्सा आखिरकार हिंसा में बदल गया। रविवार को राजधानी काठमांडू सहित कई जिलों में युवाओं के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए, जिनमें हिंसा भड़कने से हालात बेकाबू हो गए। नेपाली मीडिया कांतिपुर के मुताबिक इस बवाल में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है और 500 से अधिक लोग घायल हैं। घायलों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए नेपाल सरकार ने देर रात सोशल मीडिया से बैन हटा लिया, लेकिन शांति बहाल करने के लिए सोमवार सुबह 8:30 बजे से काठमांडू के अधिकतर इलाकों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया गया। साथ ही नेपाल के कई जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर जुलूस और प्रदर्शन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिए गए हैं।
नेपाल में हिंसा जारी: अब तक 19 की मौत, 500 घायल, पाबंदी हटने के बाद भारत-नेपाल बॉर्डर पर कैसे हैं हालात? देखिए ग्राउंड रिपोर्ट#nepal #socialmedia #NepalViolence #SocialMediaBan #NepalNews #IndiaNepalBorder #BreakingNews #NepalCrisis pic.twitter.com/naGIiTYdb5
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 9, 2025
नेपाल की इस स्थिति का असर भारत-नेपाल सीमा पर भी दिख रहा है। महराजगंज जनपद के सोनौली बॉर्डर समेत सभी सीमा चौकियों पर भारतीय सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने बताया कि बॉर्डर के सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस और एसएसबी की संयुक्त गश्त बढ़ा दी गई है। सीमा पार आने-जाने वालों की गहन चेकिंग की जा रही है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
हिंसक प्रदर्शन और कर्फ्यू के बीच बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटक नेपाल से वापस लौटने लगे हैं। वहीं नेपाल घूमने की योजना बनाकर सोनौली बॉर्डर पहुंचे पर्यटक हालात देखकर सीमा पार करने के बजाय वापस लौट रहे हैं। नेपाल में फिलहाल हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और प्रशासन हालात पर लगातार नजर रखे हुए है।