

विदेश मंत्री एस. जयशंकर के UNGA भाषण पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को भारत ने सीमा पार आतंकवाद की पुरानी स्वीकृति करार दिया। अपने भाषण में एस. जयशंकर ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से भारत लगातार आतंकवाद के खतरे का सामना कर रहा है। जानें पूरी खबर।
UNGA में भारत का पाकिस्तान पर पलटवार
New York: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 79वें सत्र में भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से तीखी नोकझोंक देखने को मिली। शनिवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने संबोधन में आतंकवाद को लेकर कड़ा रुख अपनाया और बिना नाम लिए उन देशों पर निशाना साधा जो आतंकवाद को अपनी विदेश नीति का हिस्सा बनाए हुए हैं। हालांकि जयशंकर ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन पाकिस्तान ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और भारत पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। इसके बाद भारत ने पलटवार करते हुए पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को उसकी लंबे समय से चली आ रही सीमा पार आतंकवाद की स्वीकारोक्ति बताया।
अपने भाषण में एस. जयशंकर ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से भारत लगातार आतंकवाद के खतरे का सामना कर रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कई बड़े अंतरराष्ट्रीय आतंकी हमलों का स्रोत एक ही देश रहा है। जयशंकर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे स्पष्ट रूप से उन देशों की निंदा करें जो राज्य नीति के रूप में आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने और आतंकी संगठनों से जुड़े प्रमुख नेताओं पर कार्रवाई की जरूरत को रेखांकित किया।
UN में पाकिस्तान की हुई घनघोर बेइज्जती
जयशंकर ने उदाहरण देते हुए कहा कि भारत ने अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें मासूम पर्यटकों की जान गई थी, के जिम्मेदार आतंकियों को न्याय के कटघरे में लाने में कोई देरी नहीं की। उनका कहना था कि इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और वैश्विक समुदाय को भी इस पर सख्त कदम उठाने चाहिए।
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जयशंकर के भाषण के बाद पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने राइट ऑफ रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुए आरोप लगाया कि भारत जानबूझकर पाकिस्तान की छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान ने भारत पर झूठ फैलाने और अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
भारत ने इस पर तीखा जवाब देते हुए कहा कि यह हैरानी की बात है कि जिस देश का नाम भाषण में लिया ही नहीं गया, वह तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए सामने आ गया। भारत के स्थायी मिशन के दूसरे सचिव रेंटाला श्रीनिवास ने कहा, “पाकिस्तान की प्रतिक्रिया अपने आप में इस बात का सबूत है कि वह सीमा पार आतंकवाद को स्वीकार करता है। उसका रिकॉर्ड साफ बताता है कि आतंकवाद केवल पड़ोसी देशों को ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित कर चुका है।”
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भारत ने आगे कहा कि पाकिस्तान का आतंकवाद से जुड़ा इतिहास किसी से छुपा नहीं है। श्रीनिवास ने याद दिलाया कि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकियों को पनाह दी और कई बार उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बचाने की कोशिश की। भारत ने दुनिया को चेताया कि पाकिस्तान के दावों के पीछे की सच्चाई को समझने की जरूरत है।