

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी की जा रही है, जिसका भारतीय सेना भी मुंहतोड़ जवाब दे रही है। भारतीय सेना के उन्नत S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने कराची पोर्ट को निशाना बनाया और पाकिस्तान के एक अमेरिकी एफ-16, दो चीनी जेएफ-17 फाइटर जेट्स, रडार और डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह नष्ट कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, इस सैन्य कार्रवाई ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है, जिस पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें टिकी हुई हैं। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने इस बढ़ते तनाव पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
युद्ध में हस्तक्षेप नहीं करेगा अमेरिका
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि अमेरिका इस युद्ध में सीधे हस्तक्षेप नहीं करेगा, क्योंकि भारत और पाकिस्तान दोनों से हथियार डालने की मांग करना संभव नहीं है। वेंस ने जोर देकर कहा कि अमेरिका कूटनीतिक रास्तों के जरिए तनाव को कम करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह स्थिति किसी बड़े क्षेत्रीय युद्ध या परमाणु संघर्ष में नहीं बदलेगी। वेंस ने कहा कि हम भारत या पाकिस्तान से हथियार डालने की बात नहीं कह सकते। हम कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि यह तनाव परमाणु युद्ध का रूप नहीं लेगा।
तुर्की के राष्ट्रपति ने मारे गए पाकिस्तानियों को बताया शहीद
दूसरी ओर, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन ने भी इसपर प्रतिक्रिया दी है । उन्होंने पाकिस्तान में मारे गए लोगों को "शहीद" करार देते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव मिसाइल हमलों के साथ खुले युद्ध में बदल सकता है, जिसमें कई नागरिकों की जान जा सकती है। एर्दोगन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ हाल ही में हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि वे जम्मू-कश्मीर में हुए कथित आतंकवादी हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच के प्रस्ताव का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, तुर्की के रूप में, हम तनाव को कम करने और बातचीत के रास्ते खोलने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, ताकि स्थिति और बिगड़े नहीं।
पूरी दुनिया के लिए गंभीर चिंता का विषय
गौरतलब है कि यह तनाव न केवल भारत और पाकिस्तान के बीच बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और शांति बहाली के लिए कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दे रहा है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा, जबकि पाकिस्तान ने भी अपनी कार्रवाइयों को सही ठहराने की कोशिश की है। इस बीच, दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बन रहा है।