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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग से मुलाकात के दौरान कहा कि उनके किम जोंग उन से रिश्ते अच्छे हैं और वह उनसे दोबारा मिलने के इच्छुक हैं। ट्रंप पहले भी उत्तर कोरियाई राष्ट्रपति से तीन बार मिल चुके हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Img: Google)
Washington: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय राजनीति में सुर्खियों में हैं। हाल ही में 15 अगस्त को उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी और अब उन्होंने उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन से मुलाकात की उम्मीद जताई है। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बरकरार है और उत्तर तथा दक्षिण कोरिया के रिश्ते सामान्य नहीं हैं।
सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार (25 अगस्त 2025) को ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग से मुलाकात की। इसी दौरान उन्होंने उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन का जिक्र किया और कहा कि उनके साथ उनके रिश्ते बेहद अच्छे हैं। ट्रंप ने कहा— “मेरे उनके साथ बहुत अच्छे संबंध हैं। मुझे लगता है कि उनके देश में अपार संभावनाएं हैं। मैं उनसे फिर मिलने का उत्सुक हूं।”
इस पर दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली ने भी ट्रंप की कूटनीति की सराहना की और उम्मीद जताई कि वह कोरियाई प्रायद्वीप में शांति की दिशा में अहम योगदान देंगे।
यह पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप ने किम जोंग उन से मुलाकात की बात कही हो। अपने पिछले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान भी ट्रंप तीन बार उत्तर कोरियाई नेता से मिल चुके हैं।
पहली मुलाकात जून 2018 में सिंगापुर में हुई थी।
दूसरी मुलाकात फरवरी 2019 में वियतनाम के हनोई में आयोजित हुई।
तीसरी मुलाकात जून 2019 में कोरियाई सीमा के गांव पनमुनजोम में हुई थी।
इन बैठकों का उद्देश्य परमाणु हथियारों को लेकर उत्तर कोरिया की आक्रामक नीति को काबू में लाना और शांति की दिशा में आगे बढ़ना था। हालांकि अब तक कोई ठोस समाधान सामने नहीं आ पाया।
मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति ली जे-म्यांग ने कहा कि अगर ट्रंप लगातार सत्ता में बने रहते तो किम अपनी परमाणु क्षमताओं को आगे नहीं बढ़ा पाते। उन्होंने यह भी जताया कि ट्रंप के प्रयासों से उत्तर और दक्षिण कोरिया के रिश्ते सहज हो सकते हैं और क्षेत्र में शांति स्थापित हो सकती है।
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में 15 अगस्त को अलास्का में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की थी। इस मुलाकात का मकसद यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की कोशिश बताई गई थी। ट्रंप पहले भी दावा करते रहे हैं कि उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय संघर्षों, जैसे इजरायल और ईरान के बीच टकराव को रोकने में भूमिका निभाई है।
ट्रंप के बयान ने एक बार फिर उम्मीद जगाई है कि अमेरिका, उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक रास्ता निकाला जा सकता है। अगर ट्रंप और किम जोंग उन की मुलाकात होती है, तो यह न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरी दुनिया की शांति और स्थिरता के लिहाज से अहम होगी।