

जापान के होन्शू द्वीप में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया। झटके फुकुशिमा, मियागी और इवाते प्रांत में महसूस किए गए, लेकिन भूकंप के बाद अब तक किसी प्रकार की भारी जनहानि या संपत्ति का नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है।
जापान में भूकंप से धरती हिली
Tokyo: जापान में देर रात को एक बड़ा भूकंप आया, जिसने देश के होन्शू द्वीप के पूर्वी तटीय इलाकों को हिला कर रख दिया। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.0 मापी गई, और इसका केंद्र समुद्र के भीतर 50 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप के झटके रात लगभग 11:30 बजे महसूस किए गए, और कई तटीय इलाके, जैसे कि फुकुशिमा, मियागी और इवाते प्रांत में लोग अपने घरों और इमारतों से बाहर भाग गए। हालांकि, भूकंप के बाद अब तक किसी प्रकार की भारी जनहानि या संपत्ति का नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र समुद्र के भीतर था, जिससे तटीय क्षेत्रों में झटके सबसे अधिक महसूस किए गए। भूकंप के झटके करीब 10 से 15 सेकंड तक महसूस किए गए, जिससे इमारतें हिलने लगीं और लोगों में घबराहट फैल गई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लोग डर के मारे अपनी जान की सलामती के लिए तुरंत बाहर निकल आए।
EQ of M: 6.0, On: 04/10/2025 20:51:09 IST, Lat: 37.45 N, Long: 141.52 E, Depth: 50 Km, Location: Near East Coast of Honshu, Japan.
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जापान के मौसम विभाग (JMA) और पैसिफिक सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने इस भूकंप के बाद स्पष्ट किया कि इस बार सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि भूकंप की गहराई 50 किलोमीटर होने के कारण समुद्र में सुनामी उत्पन्न होने की संभावना कम थी, और उसी कारण सरकार ने इस बाबत कोई चेतावनी जारी नहीं की।
जापान भूकंप के लिहाज से एक संवेदनशील क्षेत्र है, क्योंकि यह क्षेत्र "पैसिफिक रिंग ऑफ फायर" के अंतर्गत आता है, जहां धरती की टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियां काफी ज्यादा रहती हैं। यहां अक्सर छोटे और मध्यम भूकंप आते रहते हैं, लेकिन बड़े भूकंप कभी-कभी तबाही भी मचा सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जापान में भूकंपों से निपटने के लिए भवनों और इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण उच्च भूकंपीय मानकों के अनुसार किया जाता है, ताकि किसी भी बड़े भूकंप के प्रभाव को कम किया जा सके।
इस भूकंप के बावजूद, राहत की बात यह है कि सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई और अब तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है। जापान के लोग अपने भूकंपीय तैयारियों के कारण जल्दी ही इन प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर लेते हैं, और यही कारण है कि भूकंप का प्रभाव अपेक्षाकृत कम ही होता है।
भूकंप के झटके महसूस होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखी और नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की। हालांकि, जापान में भूकंप आने की संभावना हमेशा रहती है, लेकिन वहां की मजबूत इमारतें और भूकंपीय मानक इसकी गंभीरता को काफी हद तक कम कर देते हैं।