New Delhi: हल्दी भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है और सदियों से इसे औषधीय गुणों के कारण इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। लेकिन जहां इसके कई फायदे हैं, वहीं कुछ मामलों में हल्दी का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ विशेष परिस्थितियों या बीमारियों से ग्रसित लोगों को हल्दी से दूरी बना लेनी चाहिए। आइए जानते हैं कौन लोग हल्दी का सेवन करने से बचें और इसके संभावित नुकसान क्या हैं।
1. गर्भवती महिलाएं करें सावधानी बरतें
हल्दी की प्रकृति गर्म होती है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से बचना चाहिए। यह गर्भाशय संकुचन (uterine contraction) को बढ़ा सकती है, जिससे गर्भपात का खतरा हो सकता है। हल्दी दूध या सप्लीमेंट के रूप में लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
2. पित्त की पथरी से पीड़ित लोग
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो पित्त का उत्पादन बढ़ाता है। अगर किसी को गॉलब्लैडर स्टोन यानी पित्त की पथरी है, तो हल्दी का सेवन उसकी स्थिति को और बिगाड़ सकता है। ऐसे मरीजों को हल्दी से दूरी बनाए रखना जरूरी है।
3. ब्लीडिंग डिसऑर्डर वाले मरीज
हल्दी में रक्त को पतला करने वाले गुण पाए जाते हैं। जो लोग खून बहने की समस्या (ब्लीडिंग डिसऑर्डर) से पीड़ित हैं, उन्हें हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह खून का थक्का बनने की प्रक्रिया को धीमा कर सकती है। इससे आंतरिक या बाहरी रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है।
4. डायबिटीज मरीज रखें विशेष ध्यान
हल्दी ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करती है, लेकिन अगर कोई पहले से डायबिटीज की दवा ले रहा है तो हल्दी का सेवन ब्लड शुगर को अत्यधिक घटा सकता है। इससे हाइपोग्लाइसीमिया (low blood sugar) की स्थिति बन सकती है, जो जानलेवा भी हो सकती है।
5. सर्जरी से पहले न करें सेवन
अगर आपकी कोई सर्जरी होने वाली है, तो कम से कम दो सप्ताह पहले हल्दी का सेवन बंद कर देना चाहिए। हल्दी खून को पतला करने का काम करती है, जिससे ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है।

