Crime in Jaunpur: जौनपुर में गैंगरेप के बाद किन्नर की हत्या, गुस्सायों किन्नरों का बवाल, जानिये पूरी घटना

जौनपुर में किन्नर के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या, मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 21 April 2025, 1:41 PM IST
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जौनपुर: जनपद के सरायरूस्तम गांव निवासी एक 30 साल की किन्नर की मौत को लेकर किन्नर समाज में जबरदस्त आक्रोश है। किन्नरो का आरोप है कि मृतक किन्नर से गैंगरेप किया गया और उसके बाद उशकी हत्या की कई। घटना के विरोध में सोमवार को बड़ी संख्या में किन्नर सड़क पर उतरे और शव रखकर जाम लगा दिया।

जानकारी के मुताबिक अंजली किन्नर कोदहूं निवासी अपने ड्राइवर अंबुज मौर्या के साथ प्रयागराज गई थी। रविवार की सुबह वहां से लौटते समय पांडेयपुर के पास उनकी गाड़ी खाई में पलट गई। इस सड़क दुर्घटना में किन्नर अंजली की मौत हो गई, जबकि ड्राइवर अंबुज की हालत गंभीर होने की वजह से उसे वाराणसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सोमवार यानी आज सुबह शव को किन्नरों ने थाने के ही सामने अंजली का शव रखकर सड़क पर चक्का जाम कर दिया और साथ ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी जमकर नारे बाजी की। किन्नरों के चक्का जाम के कारण सड़क पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई।

किन्नरों ने आरोप लगाया है कि गाड़ी के ड्राइवर व उसके साथियों द्वारा किन्नर अंजली के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई है। मौत को लेकर रविवार की शाम मुंगगराबादशाहपुर थाना में हत्या का मुकदमा दर्ज करवाने के लिए जम कर हंगामा किया।

सोमवार सुबह किन्नर अंजली का शव घर पहुंचते ही अन्य उनके साथी किन्नरों में आक्रोश देखने को मिला और अफरा-तफरी मच गई, वे शव को लेकर थाने पहुंच गए। पुलिस प्रशासन लगातार उन्हें समझाने का प्रयास करती रही।

थानाध्यक्ष विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि चालक अंबुज मौर्या और उनके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, साथ ही आरोपी अंबुज मौर्या को वाराणसी के अस्पताल में पुलिस अपनी कस्टडी में ले लिया है और मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद थोड़ा माहौल शांत हुआ और किन्नर शांत होकर अपने घर वापस गये।

आजकल समाज में इतनी गंदगी भर गई है कि यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है, चाहे वो किसी भी वर्ग का हो यहां तक कि लोग जानवरों तक को नहीं छोड़ रहे हैं। इंसान के नाम पर लोग हैवान बन चुके हैं। सबसे दुख की बात तो ये है कि इस तरह की हैवानियत करने वाले ज्यादातर अपने आस-पास और जान पहचान के ही लोग हैं। जिसे हमें सतर्क, सुरक्षित और सावधान रहने की जरूरत है। किन्नर समुदाय जो हमेशा से लोगों को दुआ देने का काम करते आए हैं, आज वो भी इस समाज में सुरक्षित नहीं हैं।

 

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