

डुमरियागंज थाना क्षेत्र में नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लाख से अधिक की ठगी का सनसनीखेज मामला। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
डुमरियागंज थाना (सोर्स- इंटरनेट)
सिद्धार्थनगर: यूपी के सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज थाना क्षेत्र में नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लाख से अधिक की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि एक व्यक्ति ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर पीड़ित परिवार से सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया और 8.25 लाख रुपये की ठगी कर ली।
डाइनामाइट न्यूज़ के अनुसार, इस मामले में पुलिस ने फर्जी आईपीएस अधिकारी सहित कुल 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
दरअसल, डुमरियागंज क्षेत्र के मेहंदी हरदो गांव निवासी मोनू सिंह द्वारा पुलिस अधीक्षक को सौंपे गए एक शिकायती पत्र में बताया गया कि यह मामला वर्ष 2022 से चला आ रहा है। मोनू सिंह ने बताया कि 18 दिसंबर 2022 को उनके मौसा खड़क बहादुर सिंह का देहांत हो गया था। उसी रात ग्राम हरिनामपुर, पोस्ट बृजमनगंज, जनपद महराजगंज स्थित उनके घर पर एक व्यक्ति सुजय सिंह बघेल आया, जिसे उनकी मौसी सुशीला सिंह ने भैया कहकर परिचित कराया। उन्होंने बताया कि वह पुलिस कप्तान हैं और उनकी ट्रेनिंग उत्तराखंड के देहरादून में चल रही है।
इसके बाद सुजय सिंह बघेल और उसका सहयोगी जय सिंह कई बार उनके घर आए। परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने मदद करने का भरोसा दिलाया और कहा कि वे सरकारी नौकरी और आवास की व्यवस्था करवा सकते हैं। इसी झांसे में आकर पीड़ित परिवार ने सुजय सिंह और उसके साथियों के बैंक खातों में कुल 8,25,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए।
मोनू सिंह ने बताया कि पैसे लिए जाने के बाद दो वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन न तो कोई नौकरी मिली और न ही पैसे वापस किए गए। जब पीड़ित पक्ष ने पैसे वापस मांगने और जानकारी लेने के लिए आरोपियों से संपर्क किया, तो उन्हें धमकाया गया और भगा दिया गया। इसके बाद परिवार को शक हुआ कि आरोपी फर्जी अधिकारी है और ठगी का धंधा करता है।
वहीं पीड़ित द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर डुमरियागंज थाना पुलिस ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए सुजय सिंह बघेल समेत कुल 10 आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। प्रभारी निरीक्षक प्रकाश यादव ने बताया कि पीड़ित की दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।