

हत्या के प्रयास के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
राहुल वर्मा को पुलिस ने किया गिरफ्तार ( सोर्स - रिपोर्टर )
प्रतापगढ़: जिले में एक हत्या के प्रयास के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। मामला सांगीपुर थाना क्षेत्र का है, जहां 17 जून को राहुल वर्मा नामक युवक ने खुद पर गोली चलवाने और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस जांच में जो तथ्य सामने आए, उसने सभी को हैरान कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक जांच में पाया गया कि वादी राहुल वर्मा ही इस पूरे फर्जी घटनाक्रम का मास्टरमाइंड निकला। पुलिस ने उसे उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक सत्यपाल सिंह के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई थी, जिसने वैज्ञानिक साक्ष्य, मेडिकल रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला कि राहुल ने पुरानी रंजिश के चलते खुद को गोली मारकर झूठा मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि राहुल ने जानबूझकर खुद को घायल किया और घटना को हत्या का प्रयास बताकर दूसरों को फंसाने की योजना बनाई थी। लेकिन विवेचना में पुलिस को जब संदेह हुआ तो राहुल से गहन पूछताछ की गई। पूछताछ में वह बार-बार बयान बदलता रहा, जिससे पुलिस को उसकी भूमिका पर शक हुआ।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि राहुल वर्मा का आपराधिक इतिहास पहले से है। उस पर 2018 और 2021 में दर्ज तीन अलग-अलग आपराधिक मुकदमे पहले से ही चल रहे हैं। इनमें मारपीट, बलवा और आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक सत्यपाल सिंह ने इस मामले में सफलता पर टीम की विवेचनात्मक दक्षता और सूझबूझ की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि यह मामला पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण था, लेकिन टीम ने सच्चाई उजागर कर दी। उन्होंने यह भी कहा कि झूठे मुकदमे दर्ज कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ न हो सके।
फिलहाल राहुल वर्मा को गिरफ्तार कर धारा 182, 211, 120B व अन्य सुसंगत धाराओं में जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की घटनाएं कानून व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश हैं और इन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है और अब यह चर्चा का विषय बन गई है कि कोई व्यक्ति खुद को गोली मारकर भी झूठा मुकदमा दर्ज करा सकता है। पुलिस की इस कार्रवाई को अपराधियों के लिए एक स्पष्ट संदेश माना जा रहा है।