

एक झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज के चलते एक मासूम की तबीयत बिगड़ गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
झोलाछाप के इलाज से मासूम की मौत:
मैनपुरी: जिले में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज ने एक मासूम की जान ले ली। मामला थाना एलाउ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गुलाबी नगला गांव का है। जहां एक झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज के चलते एक मासूम की तबीयत बिगड़ गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, परिजन मासूम को तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
इलाज के नाम पर लापरवाही
जानकारी के मुताबिक, गुलाबी नगला गांव निवासी एक परिवार के बच्चे को हल्का बुखार था। परिजनों ने स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर से उसका इलाज कराया। इलाज के दौरान डॉक्टर ने बच्चे को एक इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद बच्चे की हालत तेजी से बिगड़ने लगी। परिजनों ने जब डॉक्टर से सवाल किया तो वह आनाकानी करता रहा। बच्चे की हालत बिगड़ती देख उसे जिला अस्पताल लाया गया।
अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने बच्चे की जांच की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे लगातार झोलाछाप डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं और प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही थाना एलाउ पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं और बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी का कहना है कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है, दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिजन मांग रहे न्याय
यह घटना एक बार फिर जिले में सक्रिय झोलाछाप डॉक्टरों के बढ़ते खतरे को उजागर करती है। स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से इलाज कर रहे झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है, जो सीधे तौर पर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। बच्चे की मौत से गमजदा परिजन अब प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। उनका कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ऐसे झोलाछापों पर कार्रवाई करता तो शायद उनका बच्चा आज जिंदा होता। स्थानीय लोगों ने भी इस घटना के बाद झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।