

एंटी करप्शन ब्यूरो वाराणसी की टीम ने घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई ( सोर्स -रिपोर्टर )
जौनपुर: जनपद के लाइन बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत रोडवेज डिपो में उस समय हड़कंप मच गया जब एंटी करप्शन ब्यूरो वाराणसी की टीम ने एक बाबू को 5000 रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी की पहचान प्रदीप कुमार के रूप में हुई है, जो रोडवेज कार्यालय में बाबू के पद पर तैनात था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक एक परिवादी ने एंटी करप्शन कार्यालय वाराणसी में शिकायत की थी कि बाबू प्रदीप कुमार उससे एक सरकारी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए 5000 रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की योजना बनाई।
जैसे ही परिवादी ने तय रकम बाबू प्रदीप को दी, पहले से मौजूद एंटी करप्शन टीम ने तत्काल मौके पर दबिश दी और बाबू को रिश्वत की रकम के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। टीम ने घूस की रकम को जब्त कर लिया है और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी बाबू को स्थानीय लाइन बाजार थाने ले जाया गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने घूस लेने की बात को स्वीकार किया है। इसके बाद टीम उसे आगे की विधिक कार्रवाई के लिए वाराणसी ले गई, जहां भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
एंटी करप्शन की इस कार्रवाई से रोडवेज विभाग में हड़कंप मच गया है। कर्मचारियों में चर्चा है कि कई अन्य कर्मचारियों पर भी निगरानी की जा रही है, जो फाइलों को आगे बढ़ाने या कार्यों को निपटाने के लिए कथित रूप से अवैध धन की मांग करते हैं।
इस कार्रवाई को लेकर एंटी करप्शन वाराणसी टीम ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी भ्रष्टाचार के खिलाफ इसी प्रकार की सख्त कार्रवाइयाँ जारी रहेंगी। आम जनता से अपील की गई है कि वे किसी भी प्रकार की अवैध मांग की सूचना तुरंत संबंधित विभाग को दें। यह घटना एक बार फिर से सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है, जहां बिना रिश्वत के काम कराना आम नागरिकों के लिए चुनौती बनता जा रहा है।