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अररिया में BPSC शिक्षिका शिवानी वर्मा की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। 3 लाख की सुपारी में हायर शूटरों ने गलत पहचान में शिवानी को मार दिया। असली लक्ष्य एक दूसरी टीचर थीं, जिन्हें हुस्न आरा ने अपने पति के अफेयर के शक में मरवाने की योजना बनाई थी। दो शूटर्स गिरफ्तार किए गए हैं और मुख्य साजिशकर्ता हुस्न आरा जेल भेजी जा रही है।
हत्या से कुछ दिन पहले शिवानी ने अपनी क्लास में बच्चों के साथ ये सेल्फी ली थी।
Araria: जिले में 25 वर्षीय BPSC शिक्षिका शिवानी वर्मा की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने शुक्रवार को इस सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए दो शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि शिवानी की हत्या असल लक्ष्य की पहचान में हुई गलती की वजह से हुई। पुलिस के अनुसार यह पूरी साजिश फारबिसगंज की रहने वाली हुस्न आरा ने रची थी, जिसने अपने पति की कथित गर्लफ्रेंड को मारने के लिए 3 लाख रुपये में सुपारी दी थी।
गलत पहचान में शिवानी बनी निशाना
पुलिस जांच में पता चला कि जिस महिला को मारने की सुपारी दी गई थी, वह शिवानी के ही स्कूल की दूसरी शिक्षिका थी। दोनों शिक्षिकाएँ लाल रंग की स्कूटी से स्कूल आती थीं। 3 दिसंबर की सुबह असली लक्ष्य छुट्टी पर थी, लेकिन अपराधियों ने केवल स्कूटी के रंग और रास्ते के आधार पर अनुमान लगाकर गलती से शिवानी पर हमला कर दिया।
हमलावरों ने शिवानी को स्कूल जाते समय निशाना बनाया। बाइक से आए अपराधियों ने नज़दीक से उसकी गर्दन में गोली मार दी। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद दोनों अपराधी CCTV में भागते हुए दिखे।
दो शूटर्स की गिरफ्तारी, हथियार और बाइक बरामद
एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों की मदद से अपराधी मोहम्मद मारूफ और मोहम्मद सोहैल को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से हत्याकांड में इस्तेमाल एफजेड मोटरसाइकिल, एक देसी कट्टा और वारदात के कपड़े बरामद किए गए हैं।
पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि उन्हें किसी दूसरी टीचर को मारने के लिए भेजा गया था। हुस्न आरा को शक था कि उसके पति का उस टीचर से अफेयर चल रहा है, इसलिए उसने उन्हें खत्म करने की योजना बनाई थी।
पीछे की गहरी साजिश- ‘लाइनर’ और ‘सेटिंग’ करने वाले अब भी फरार
पुलिस ने बताया कि हत्या की योजना में कई लोग शामिल थे, जिनमें लोकेशन बताने वाले ‘लाइनर’ और मदद करने वाले ‘सेटिंग’ करने वाले लोग शामिल हैं। इनके खिलाफ छापेमारी जारी है। हुस्न आरा और गिरफ्तार दोनों शूटर्स को जेल भेजा जा रहा है।
जांच से यह भी सामने आया है कि अपराधियों में से एक रामपुर दक्षिण के मुखिया प्रतिनिधि का भतीजा है। पुलिस मुखिया प्रतिनिधि की भूमिका और अपराधियों के पुराने आपराधिक संबंधों की भी जांच कर रही है।
बहन ने लगाया स्कूल के टीचर पर गंभीर आरोप
मामले की शुरुआत में शिवानी की बड़ी बहन जूली ने स्कूल के ही टीचर रंजीत पर हत्या का आरोप लगाया था। उनका आरोप था कि रंजीत ने 2023 में शिवानी को शादी के लिए प्रपोज किया था, लेकिन शिवानी UPSC की तैयारी कर रही थी और उसने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद रंजीत लगातार उसे परेशान करता था—कभी रास्ता रोकता, कभी बाइक चलाकर धूल उड़ाता।
जूली ने बताया कि जब उन्होंने इस व्यवहार की शिकायत स्कूल के प्रिंसिपल उमेश कुशवाहा से की, तो प्रिंसिपल ने रंजीत का पक्ष लिया और शिकायत करने से मना कर दिया। जूली ने कहा था कि “रंजीत को रिजेक्शन बर्दाश्त नहीं हुआ, इसलिए उसने मेरी बहन की हत्या करवाई है।” हालांकि पुलिस जांच में यह आरोप गलत पाया गया और सामने आया कि रंजीत का इस हत्या से कोई संबंध नहीं है।
पुलिस का दावा- मुख्य साजिशकर्ता हुस्न आरा ही
एसपी ने स्पष्ट किया कि जांच में सभी तकनीकी और मानवीय एविडेंस एक ही दिशा में इशारा करते हैं कि हत्या की मुख्य साजिशकर्ता हुस्न आरा थी और शिवानी सिर्फ गलत पहचान की वजह से निशाना बनीं।