

TCS ने अपने 80% कर्मचारियों के लिए 1 सितंबर से वेतन वृद्धि की घोषणा की है। यह कदम छंटनी के बाद कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने और उन्हें बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा है। अन्य आईटी कंपनियों पर भी इसका असर पड़ सकता है।
TCS ने छंटनी के बाद कर्मचारियों को दी राहत
New Delhi: भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपने कर्मचारियों को एक बड़ी खुशखबरी दी है। कंपनी ने आंतरिक ईमेल के ज़रिए बताया है कि 1 सितंबर 2025 से 80% से अधिक कर्मचारियों की सैलरी में इज़ाफा किया जाएगा। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब आईटी सेक्टर वैश्विक दबावों, एआई की बढ़ती भूमिका और कार्यबल पुनर्गठन जैसे कई बदलावों से गुजर रहा है।
कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ और सीएचआरओ डेजिग्नेटेड के. सुदीप ने बुधवार को कर्मचारियों को भेजे एक ईमेल में बताया कि वेतन वृद्धि की प्रक्रिया 1 सितंबर से प्रभाव में आएगी। उन्होंने कहा कि यह कदम प्रतिभावान कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें कंपनी के साथ जोड़े रखने की रणनीति का हिस्सा है।
टीसीएस ने हाल ही में अपने 12,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी का फैसला किया था, जिसकी आईटी सेक्टर में काफी आलोचना हुई। कंपनी ने तब कहा था कि यह निर्णय 'भविष्य के लिए संगठन को तैयार करने' की रणनीति के तहत लिया गया है, जिसमें तकनीकी दक्षता, ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अधिकतम उपयोग शामिल है। इसके साथ ही कुछ समय के लिए वेतन वृद्धि पर रोक भी लगा दी गई थी।
टीसीएस ने कर्मचारियों को वेतन वृद्धि की प्रक्रिया बताई
अब सैलरी हाइक की घोषणा को कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत और मनोबल बढ़ाने वाला कदम माना जा रहा है।
टीसीएस में कर्मचारियों का पदानुक्रम 'Y' ग्रेड (ट्रेनी) से शुरू होता है और फिर क्रमशः C1, C2, C3, C4, C5, B और अंत में CXO लेवल तक जाता है। सूत्रों के मुताबिक, वेतन वृद्धि में मुख्य रूप से C1 से C5 ग्रेड तक के कर्मचारी शामिल हैं, जो कंपनी के मिड और जूनियर लेवल वर्कफोर्स का बड़ा हिस्सा हैं।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि छंटनी के बाद बचे कर्मचारियों को बनाए रखने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए यह कदम जरूरी था। यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि अन्य आईटी कंपनियां भी टीसीएस के इस फैसले का अनुसरण कर सकती हैं।
टीसीएस ने यह भी स्पष्ट किया है कि कंपनी अब AI, तकनीक में अपग्रेडेशन, और ग्लोबल मार्केट में विस्तार पर ज्यादा ध्यान देगी। इसी रणनीति के तहत वर्कफोर्स को पुनर्गठित किया जा रहा है और आवश्यक स्किल सेट के साथ कर्मचारियों को फिर से प्रशिक्षित किया जा रहा है।
कुल मिलाकर, जहां एक तरफ छंटनी की वजह से कर्मचारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी, वहीं अब सैलरी हाइक की घोषणा से कर्मचारी संतोष और स्थिरता महसूस कर रहे हैं।