

सोमवार 11 अगस्त 2025 को भारतीय रुपये में मजबूती दर्ज की गई। डॉलर में कमजोरी और रूस-अमेरिका वार्ता की संभावनाओं के चलते रुपया आठ पैसे मजबूत होकर 87.50 पर पहुंचा। शेयर बाजार में भी तेजी देखी गई, सेंसेक्स 200 अंकों की छलांग के साथ खुला और निफ्टी 24,400 के पार बना रहा।
भारतीय रुपया और डॉलर (Img: Google)
New Delhi: सोमवार 11 अगस्त 2025 को भारतीय वित्तीय बाजार में सकारात्मक रुख देखने को मिला। एक ओर जहां भारतीय रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूती दर्ज की, वहीं शेयर बाजार में भी तेजी का माहौल नजर आया।
रुपया हुआ मजबूत
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.56 पर खुला और जल्द ही 87.50 के स्तर पर आ गया, जो पिछले सत्र की तुलना में आठ पैसे की बढ़त को दर्शाता है। शुक्रवार को रुपया 87.58 पर बंद हुआ था।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और रूस-अमेरिका के बीच संभावित कूटनीतिक बातचीत ने रुपये को समर्थन प्रदान किया है। विदेशी मुद्रा कारोबारियों का यह भी कहना है कि फिलहाल रुपया 87.25 से 87.80 के बीच रह सकता है, लेकिन भूराजनीतिक घटनाओं के चलते इसमें अस्थिरता बनी रह सकती है।
डॉलर इंडेक्स और कच्चे तेल में गिरावट
डॉलर इंडेक्स, जो अमेरिकी डॉलर की छह प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले मजबूती को मापता है, 0.11 प्रतिशत गिरकर 98.07 पर आ गया। इससे भारतीय रुपये को अतिरिक्त सपोर्ट मिला। वहीं वैश्विक तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.48 प्रतिशत गिरकर 66.27 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई, जिससे आयात बिल पर दबाव कम हुआ और मुद्रा को स्थिरता मिली।
शेयर बाजार में हरी शुरुआत
हफ्ते के पहले दिन शेयर बाजार भी सकारात्मक रुख के साथ खुला। बीएसई सेंसेक्स 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता नजर आया, जबकि एनएसई निफ्टी 24,400 के स्तर पर बना रहा।
इस तेजी में सबसे बड़ा योगदान सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई के शेयरों का रहा, जो पहली तिमाही के मजबूत नतीजों के चलते करीब 2 प्रतिशत तक उछल गए। एसबीआई के प्रदर्शन ने बैंकिंग सेक्टर को मजबूती दी, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी को ऊपर उठने में मदद मिली।
विदेशी निवेशकों की खरीदारी
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुक्रवार को 1,932.81 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जिससे बाजार को और समर्थन मिला। निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिका और रूस के बीच वार्ता अगर सकारात्मक दिशा में जाती है, तो वैश्विक बाजारों में भी स्थिरता आएगी।
विशेषज्ञों की राय
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट वी.के. विजयकुमार का कहना है कि "इस सप्ताह वैश्विक भूराजनीतिक घटनाक्रम घरेलू बाजार के रुझानों पर अधिक प्रभाव डाल सकते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि डॉलर में गिरावट और वैश्विक बाजार की स्थिति आने वाले दिनों में बाजार की दिशा तय कर सकते हैं।