

HDFC बैंक की सहायक कंपनी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने 2 जुलाई को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर जोरदार शुरुआत की।
एचडीबी फाइनेंशियल स्टॉक (सोर्स-गूगल)
New Delhi: HDFC बैंक की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने बुधवार को स्टॉक एक्सचेंज पर दमदार एंट्री ली। कंपनी के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर ₹835 प्रति शेयर के भाव पर सूचीबद्ध हुए, जो कि इसके ₹740 के ऊपरी इश्यू प्राइस बैंड से 12.84% अधिक रहा।
एचडीएफसी बैंक, प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स-गूगल)
आईपीओ डिटेल्स
₹12,500 करोड़ के इस मेगा इश्यू को निवेशकों का जबरदस्त समर्थन मिला। यह इश्यू 25 से 27 जून 2025 तक खुला था और दूसरे ही दिन पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। कुल मिलाकर, यह इश्यू 16.69 गुना सब्सक्राइब हुआ, जिसमें संस्थागत निवेशकों की मजबूत भागीदारी देखने को मिली।
ग्रे मार्केट से बेहतर प्रदर्शन
आईपीओ से पहले ग्रे मार्केट में HDB शेयरों के लिए 8-10% प्रीमियम की उम्मीद जताई जा रही थी। लेकिन लिस्टिंग के दिन बाजार में उत्साह देखने को मिला और शेयर ने ₹835 पर शुरुआत की। इससे यह साफ है कि निवेशकों का भरोसा कंपनी की मौलिकता और संभावनाओं पर मजबूत है।
कंपनी की ताकत और विस्तार
HDB फाइनेंशियल एक प्रमुख NBFC है, जो एंटरप्राइज लोन, कंज्यूमर फाइनेंसिंग, और एसेट फाइनेंसिंग जैसे विविध क्षेत्रों में कार्यरत है। इसके भारत भर में 1,771 शाखाएं और 60,000 से अधिक कर्मचारी हैं, जो इसे एक मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क प्रदान करते हैं।
निवेशकों के लिए रणनीति क्या होनी चाहिए?
मेहता इक्विटीज के रिसर्च एनालिस्ट प्रशांत तपसे का कहना है कि जिन निवेशकों को शेयर अलॉट नहीं हुए थे, वे शॉर्ट टर्म वॉलेटिलिटी में खरीदारी के मौके तलाश सकते हैं। उन्होंने कहा, "भारत में स्ट्रक्चरल क्रेडिट ग्रोथ के लिए HDB एक मजबूत स्थिति में है। यह 3-5 साल की अवधि के लिए उपयुक्त निवेश हो सकता है।"
वहीं आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के हेड ऑफ फंडामेंटल रिसर्च नरेंद्र सोलंकी ने भी शेयर को लॉन्ग टर्म होल्ड करने की सलाह दी है।
एमके ग्लोबल शेयर का टारगेट
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर को लेकर एमके ग्लोबल ने पहली बार ‘खरीदारी’ की रेटिंग जारी की है। ब्रोकरेज ने इस नए लिस्टेड शेयर का टारगेट प्राइस 900 रुपए रखा है, जो इसके इश्यू प्राइस से करीब 22% अधिक है। यह संकेत देता है कि कंपनी में आगे भी तेज़ी की संभावनाएं हैं। एचडीबी की मजबूत वित्तीय स्थिति और बाजार में पकड़ को देखते हुए निवेशकों को लॉन्ग टर्म में फायदा मिल सकता है।