Bihar Polls: बिहार चुनाव से ठीक पहले NIA सख्त, छापेमारी की तो मिला ये सब

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले NIA की छापेमारी ने हथियार तस्करी नेटवर्क की साजिश को उजागर कर दिया है। वैशाली जिले से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस और नकदी की बरामदगी हुई है। चुनावी माहौल में यह कार्रवाई राज्य की सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है।

Updated : 9 October 2025, 1:21 PM IST
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Patna: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के वैशाली जिले में अवैध हथियार तस्करी नेटवर्क के खिलाफ छापा मारा है। यह छापा वैशाली जिले के एक गांव में आरोपी संदीप कुमार सिन्हा उर्फ छोटू लाला के घर पर मारा गया, जहां से एनआईए को बड़ी मात्रा में हथियार, कारतूस और नकदी बरामद हुई। चुनावी माहौल के बीच यह कार्रवाई सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता को दर्शाती है और यह भी संकेत देती है कि हथियार तस्करी जैसे गंभीर मामलों से चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा सकती थी।

क्या-क्या बरामद हुआ?

NIA की टीम ने बुधवार, 8 अक्टूबर 2025 को आरोपी संदीप कुमार सिन्हा के ठिकाने पर छापेमारी की। इस दौरान वहां से एक 9 एमएम पिस्टल, दो पिस्टल मैगजीन, 18 जिंदा कारतूस, एक डबल बैरल बंदूक, 35 जिंदा कारतूस और ₹4.21 लाख नकद बरामद किए गए। बरामदगी को देखते हुए यह माना जा रहा है कि आरोपी किसी बड़ी साजिश या सौदेबाज़ी की तैयारी में था।

किस केस से जुड़ी है यह कार्रवाई?

यह छापा 2024 में दर्ज एक हथियार तस्करी केस से जुड़ा हुआ है। प्रारंभिक जांच बिहार पुलिस द्वारा की गई थी, जिसमें AK-47 राइफल और बड़ी संख्या में जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अगस्त 2024 में केस को NIA को सौंप दिया गया। जांच में सामने आया कि यह तस्करी रैकेट नागालैंड से अवैध हथियार लाकर बिहार में बेचता था। संदीप कुमार सिन्हा, विकास कुमार नामक मुख्य आरोपी का नजदीकी सहयोगी बताया गया है।

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अब तक कितने आरोपी?

इस मामले में अब तक कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है-

  • विकास कुमार
  • सत्याम कुमार
  • देवमणि राय उर्फ अनीश
  • मोहम्मद अहमद अंसारी
  • मंजूर खान (फिलहाल पटना जेल में बंद)

इनमें से चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जा चुकी है। NIA का कहना है कि नेटवर्क में और भी सदस्य शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

NIA Action

प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)

चुनाव से पहले अलर्ट पर एजेंसियां

बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी भी तेज हो गई है। NIA की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि चुनावी माहौल में कोई भी असामाजिक या आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे पहले चुनाव आयोग भी यह स्पष्ट कर चुका है कि इस बार के चुनाव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: दो चरणों में मतदान

1. पहला चरण- 6 नवंबर 2025

पहले चरण में उत्तर-पश्चिमी और मध्य बिहार की 120 से अधिक विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता और भागीदारी पहले से अधिक रहने की उम्मीद है।

2. दूसरा चरण- 11 नवंबर 2025

इस चरण में दक्षिणी और सीमांचल क्षेत्र की सीटों पर मतदान होगा, जो जातीय और सामाजिक समीकरणों के चलते निर्णायक माने जाते हैं। आयोग ने इन क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने का निर्णय लिया है।

मतगणना- 14 नवंबर 2025

दोनों चरणों के मतदान के बाद 14 नवंबर को एक साथ सभी जिलों में वोटों की गिनती की जाएगी। आयोग ने पारदर्शिता बढ़ाने के लिए EVM और VVPAT के मिलान की व्यवस्था को भी अनिवार्य कर दिया है।

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बिहार में अब चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर है, और NIA की इस छापेमारी ने साफ कर दिया है कि किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वोटिंग और गिनती के दौरान सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका बेहद अहम होगी।

Location : 
  • Patna

Published : 
  • 9 October 2025, 1:21 PM IST