

भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव ने 20 अक्टूबर 2025 को RJD से छपरा विधानसभा सीट पर चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान किया। हालांकि बीजेपी का इस सीट पर मजबूत दबदबा है, लेकिन खेसारी की पॉपुलैरिटी उनके चुनावी सफर को दिलचस्प बना सकता है।
खेसारी लाल के सियासी सफर पर लगी मुहर (सोर्स- गूगल)
Patna: भोजपुरी सिनेमा के मशहूर अभिनेता खेसारी लाल यादव की राजनीति में एंट्री अब आधिकारिक हो गई है। सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपनी पहली उम्मीदवार लिस्ट जारी की, तो उसमें खेसारी लाल का नाम छपरा विधानसभा से प्रत्याशी के रूप में शामिल किया गया। यह उनकी राजनीति में पहली बड़ी छलांग है, लेकिन यह चुनावी सफर उनके लिए आसान नहीं होगा।
छपरा सीट पर पहले से बीजेपी का दबदबा रहा है और यहां तीन पिछली विधानसभा चुनावों (2010, 2015, और 2020) में भाजपा को जीत मिली है। इस बार बीजेपी ने स्थानीय नेता छोटी कुमारी को टिकट दिया है, जो खेसारी लाल के लिए बड़ी चुनौती पेश कर सकती हैं।
खेसारी लाल यादव ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत तब की जब उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट किया। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, "मैं, आप सभी का बेटा और भाई खेसारी लाल यादव, इस बार छपरा विधानसभा से चुनाव लड़ रहा हूँ। मैं कोई परंपरागत नेता नहीं हूँ, मैं आप सभी जनता जनार्दन का बेटा हूँ, खेत-खलिहान का लाल हूँ, हर तबके की आवाज़ हूँ और युवा भाइयों का जोश हूँ।"
मैं, आप सभी का बेटा और भाई खेसारी लाल यादव, इस बार छपरा विधानसभा से चुनाव लड़ रहा हूँ।
मैं कोई परंपरागत नेता नहीं हूँ, मैं आप सभी जनता जनार्दन का बेटा हूँ, खेत-खलिहान का लाल हूँ, हर तबके की आवाज़ हूँ और युवा भाइयों का जोश हूँ।
मेरे लिए राजनीति कोई कुर्सी की दौड़ नहीं है, ये एक… pic.twitter.com/dYlRoG8Bmf— Khesari Lal Yadav (खेसारी) (@khesariLY) October 16, 2025
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बता दें कि इस पोस्ट के साथ ही उन्होंने यह साफ कर दिया कि उनकी राजनीति का उद्देश्य केवल सत्ता हासिल करना नहीं है, बल्कि छपरा के हर घर तक विकास पहुंचाना और लोगों की समस्याओं का समाधान करना है।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की विचारधारा के साथ खेसारी लाल का यह कदम उनके लिए नई राह खोल सकता है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के नेतृत्व को अपना मार्गदर्शक बताया और यह भी साफ किया कि उनके लिए राजनीति कुर्सी की दौड़ नहीं, बल्कि एक ज़िम्मेदारी है।
छपरा विधानसभा सीट पर पिछले कुछ चुनावों में बीजेपी का दबदबा रहा है। 2020, 2015 और 2010 में यहां से बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इस बार बीजेपी ने छोटी कुमारी को टिकट दिया है, जो स्थानीय नेता हैं और क्षेत्र में एक मजबूत पहचान रखती हैं। छोटी कुमारी के खिलाफ खेसारी लाल को चुनावी जंग लड़ने में कठिनाई हो सकती है, क्योंकि उनकी राजनीतिक अनुभव और क्षेत्रीय कनेक्शन काफी मजबूत हैं।
खेसारी लाल का छपरा में राजनीतिक भविष्य किस दिशा में जाएगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन उनकी चुनावी यात्रा को लेकर क्षेत्र में चर्चा तेज हो गई है। उनके लिए यह पहली बार चुनावी मैदान में उतरने का मौका है, और उनकी पॉपुलैरिटी के कारण छपरा की जनता के बीच एक नई उम्मीद जागी है।
खेसारी लाल यादव ने कुछ समय पहले ही तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी और उनके समर्थन का आशीर्वाद लिया। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में RJD ने उन्हें छपरा से अपना उम्मीदवार घोषित किया, जिससे उनके समर्थकों में उत्साह का माहौल है।
छपरा सीट की मिली टिकट (सोर्स- गूगल)
खेसारी का यह कदम बिहार में एक नई राजनीति का संदेश दे सकता है, जहां फिल्मी जगत के सितारे भी अब राजनीति में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
खेसारी लाल यादव के लिए यह चुनावी सफर आसान नहीं होगा, क्योंकि छपरा में बीजेपी की मजबूत पकड़ है। हालांकि, उनके पास स्थानीय जनता के बीच एक विशिष्ट पहचान है, जो उन्हें चुनावी मैदान में फायदा पहुंचा सकती है। RJD का समर्थन और तेजस्वी यादव का नेतृत्व उन्हें इस चुनावी जंग में मजबूत बना सकता है।
अब देखना यह होगा कि खेसारी लाल यादव अपने चुनावी अभियान के दौरान जनता से किस प्रकार जुड़ते हैं और छपरा सीट पर कैसे अपनी पकड़ मजबूत करते हैं। उनके लिए यह चुनावी यात्रा न केवल एक चुनौती होगी, बल्कि बिहार की राजनीति में उनका स्थान बनाने का एक अवसर भी होगा।