यूपी एसटीएफ ने किया इंश्योरेंस के नाम पर करोड़ों के फर्जीवाड़े का भंडाफोड़

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश के देखरेख में नोएडा में फर्जी इंश्योरेंस बेचने वाले 6 कॉल सेंटर्स का भंडाफोड़ किया गया। इस मामले में करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया है।

अमिताभ यश, आईजी, यूपी एसटीएफ
अमिताभ यश, आईजी, यूपी एसटीएफ


नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश की देखरेख में उनकी टीम ने नोएडा में फर्जी इंश्योरेंस कंपनी के 6 कॉल सेंटर्स का भंडाफोड़ किया। यह कॉल सेंटर फर्जी इंश्योरेंस बेचने का काम करते थे और असली इंश्योरेंस कंपनियों से ग्राहकों के डाटा जुटाकर उनसे बीमा के नाम पर मोटी रकम वसूला करते थे। ये फर्जी कंपनियां लोगों को रिजर्व बैंक के नकली लेटर हेड पर बीमा संबंधित ट्रांजेक्शन और सर्टिफिकेट जारी करते थे।

कंपनी की तरफ से दिये जाने वाला फर्जी लेटर हेड

एसटीएफ ने छापेमारी के दौरान हजारों की तादात में कॉलिंग डाटा और रिजर्व बैंक के फर्जी लेटर हेड समेत 34 फोन, दो लैपटॉप और कई कंप्यूटर बरामद किये। इस दौरान कॉलिंग के लिए रखे गये 26 युवक और 17 युवतियों से भी पूछताछ की गयी।

इस बिल्डिंग में होता था फर्जीवाड़ा

इंश्योरेंस बेचने की आड़ में यह फर्जीवाड़ा नोएडा के सेक्टर 64 बी 118 और सेक्टर 11 एफ 58 में चल रहा था। एसटीएफ ने छापेमारी के बाद कंपनी के बैंक स्टेटमेंट्स के आधार पर 12 करोड़ से अधिक की लेन-देन का पता लगाया है। यह फर्जीवाड़ा यहां लंबे समय से चल रहा था। असली इंश्योरेंस कंपनियों से चुराये गये डाटा पर कॉलिंग के जरिये ग्राहकों को फंसाया जाता था। जब कोई ग्राहक इनके जाल में फंस जाता तो यह कंपनी उसे रिजर्व बैंक के फर्जी लेटर हेड पर बकायदा भुगतान संबंधी जानकारी देती थी, जिससे ग्राहकों का भरोसा पुख्ता हो सके।

यहां चलता था कॉल सेंटर

यूपी एसटीएफ को इस मामले में करोड़ों का फर्जावाड़ा सामने का अंदेशा है। इन फर्जी कंपनियों के असली संस्थापकों को तलाशा जा रहा है। एसटीएफ के मुताबिक इसमें और कई लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी धरपकड़ जारी है।










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