सीएम योगी की अपील: शिक्षामित्र हिंसा का रास्ता न चुनें, सरकार नहीं होने देगी अन्याय
सीएम योगी ने शिक्षामित्रों के जारी प्रदर्शन को संज्ञान में लेते हुए अपील की है कि वे हिंसा और प्रदर्शन का रास्ता न अपनाएं।
लखनऊ: प्रदेश भर में जारी शिक्षामित्रों के प्रदर्शन और घेराव को सूबे की सरकार ने गंभीरता से लेते हुए सभी शिक्षामित्रों से शांति और संयम बनाये रखने की अपील की है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने एक लाख 72 हजार के शिक्षामित्रों के समायोजन पर रोक लगा दी है, जिसके खिलाफ शिक्षामित्रों का प्रदर्शन हर जिले में जारी है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदर्शनकारी शिक्षामित्रों से शांति और संयम बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि सरकार उनकी चिंता को लेकर संवेदनशील है और वह उनके साथ अन्याय नहीं होने देगी।
शिक्षामित्रों के समायोजन की कार्यवाही में ही खामी थी
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सीएम योगी ने आज विधान परिषद में बजट पर सामान्य चर्चा में शिक्षामित्रों के प्रदर्शन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक लाख 72 हजार शिक्षामित्रों के समायोजन की कार्यवाही में ही खामी थी, इसलिए नतीजे के तौर पर कोर्ट ने इसपर रोक लगा दी।
निकाला जाएगा तर्कसंगत रास्ता
सीएम योगी ने सभी शिक्षामित्रों से कहा कि वो हिंसा और प्रदर्शन का रास्ता न अपनाएं। सरकार, सुप्रीम कोर्ट के फैसले की समीक्षा कर रही है और तर्कसंगत रास्ता निकाला जाएगा।
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क्या था सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के लगभग 1.72 हजार शिक्षामित्रों के समायोजन पर फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा था कि राज्य में नियुक्त सभी शिक्षामित्रों को अब हर हाल में 2 साल के अंदर टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) पास करना होगा।