कानपुर: GST के विरोध में बाजार बंद, ट्रेन रोककर व्यापारियों ने की जमकर नारेबाजी

डीएन संवाददाता

कानपुर में आज भी विरोध का सिलसिला जारी रहा। व्यापारियों ने बाजार बंद कर जीएसटी का विरोध जताया और ट्रेन रोककर जमकर नारेबाजी की।



कानपुर: संसद में जीएसटी के लिए आज आधी रात विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसके बाद आधी रात से पूरे देश में जीएसटी लागू हो जाएगा। एक तरफ जहां केंद्र सरकार जीएसटी की लॉन्चिंग को लेकर खुश है और तैयारियों में जुटी हैं वहीं दूसरी तरफ व्यापारी को जीएसटी की व्यवस्था रास नहीं आ रही है। यही कारण है कि व्यापारी लगातार जीएसटी का विरोध कर रहे हैं।

बंद रहे बाजार

 

आज जीएसटी के लॉन्चिंग के मौके पर व्यापारियों ने बाजार बंद कर विरोध जताया। जीएसटी के विरोध में शुक्रवार को व्यापारियों के भारत बंद के आवाहन पर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कानपुर में बंदी का व्यापक असर देखने को मिला। वहीं व्यापारियों ने ट्रेन रोककर जमकर नारेबाजी की।

बंद रही दुकानें

मार्केट में पसरा रहा सन्नाटा

जीएसटी के विरोध में बाजार बंद रहे। दिनभर मार्केट में सन्नाटा पसरा रहा। व्यापारियों ने दुकानें बंद करके जीएसटी का विरोध जताया। इसके अलावा थोक बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। शहर की सभी मार्केट गल्ला, किराना, कपड़ा, दवा, शक्कर, जेवर, मार्बल आदि बाजारों में बंदी रही।

ट्रेन रोककर किया प्रदर्शन

व्यापारियों ने ट्रेन रोक जीएसटी के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही प्रदर्शन कर विशाल जुलूस निकाला। कानपुर व्यापार मंडल के व्यापारियों ने खपरामोहाल में ट्रेन को रोककर ट्रैक बाधित कर दिया। इसके अलावा काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों के इस प्रदर्शन से करीब आधा घण्टा ट्रैक बाधित रहा। आनन फानन में जीआरपी और आरपीएफ की टीमों ने पहुंचकर व्यापारियों को शांत कराया। व्यापारियों का कहना है कि किसी भी सूरत में जीएसटी लागू नहीं होने देंगे।

जीएसटी का विरोध करते साधु संत

साधु संत भी जीएसटी के विरोध में

व्यापारियों के साथ-साथ शहर में साधु संत भी जीएसटी के विरोध में नजर आए। साधु संत समाज के पदाधिकारियों ने भी प्रदर्शन किया और उन्होंने जीएसटी को पूरी तरह गलत बताया। शहर भर में लगातार जीएसटी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, धरना और नारेबाजी जारी रही।










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